Edited By ASHISH KUMAR, Updated: 30 Jan, 2019 05:55 PM
4 फरवरी को 71 वर्षों बाद सोमवती व मौनी अमावस्या एक साथ आ रही हैं। वहीं 4 फरवरी को ही कुंभ मेला का दूसरा शाही स्नान है। इसके चलते हजारों की संख्या में श्रद्धालु कुंभ पहुंचकर शाही स्नान में भाग लेंगे। इस दिन गृहों के चलते सोमवती व मौनी...
दतिया: 4 फरवरी को 71 वर्षों बाद सोमवती व मौनी अमावस्या एक साथ आ रही हैं। वहीं 4 फरवरी को ही कुंभ मेला का दूसरा शाही स्नान है। इसके चलते हजारों की संख्या में श्रद्धालु कुंभ पहुंचकर शाही स्नान में भाग लेंगे। इस दिन गृहों के चलते सोमवती व मौनी अमावस्या का योग बन रहा है। इस योग में गंगा स्नान, दान पुण्य करने से शनि और केतु से संबंधित कष्टों से मुक्ति मिलेगी।
इस बार 71 वर्षों में यह पहली बार ऐसा संयोग बना रहा है कि सोमवती व मौनी अमावस्या एक ही दिन पड़ रही हैं। वहीं श्रवण नक्षत्र, सर्वार्थ सिद्धि योग की भी निष्पति हो रही है। हालांकि यह सामान्य स्थिति में भी बनती है, लेकिन कुंभ होने से इसका महत्त्व और अधिक बढ़ गया है। इस कारण दूर दराज से भक्त हजारों की संख्या में कुंभ पहुंचकर इस शाही स्नान में भाग लेंगे। इसी दिन 4 फरवरी सोमवार को माघ महीने की तिथि को अमावस्या भी है जो लाभदायक सिद्ध होगी। इससे कई लोगों को दुख, दर्द और कष्टों से मुक्ति मिलेगी।