Edited By Vikas kumar, Updated: 03 Dec, 2018 04:35 PM
प्रदेश में भ्रष्टाचार कितनी ऊंचाइयों पर पहुंच चुका है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण एक बार फिर सामने आया है। झाबुआ जिले की माही नहर निर्माण में हुए भ्रष्टाचार की पोल खुल चुकी है। यहां के बाव...
झाबुआ: प्रदेश में भ्रष्टाचार कितनी ऊंचाइयों पर पहुंच चुका है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण एक बार फिर सामने आया है। झाबुआ जिले की माही नहर निर्माण में हुए भ्रष्टाचार की पोल खुल चुकी है। यहां के बावड़ी गांव में रविवार आधी रात को यह नहर फूट गई जिममें से भारी मात्रा में पानी निकलने लगा और किसानों के खेतों को तबाह कर दिया। जिन खेतों में किसानों की मेहनत की फसल लहलहा रही थी वहां अब सिर्फ एक तालाब नजर आ रहा है। वहीं किसानों का कहना है कि नहर का निर्माण घटिया तरीके से हुआ है। इसकी सूचना पहली भी अधिकारियों को दी जा चुकी थी।
रविवाह को माही नदी परियोजना की एक नहर फूट गई जिससे नहर का पानी किसानों के खेतों में घुस गया और सभी किसानों के खेतों में पानी ही पानी नजर आने लगा। इस नहर के फूटने से पेटलावद ब्लॉक के करडावद और केसरपुरा गांव सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं।
सबसे ज्यादा नुकसान उठाने वाले यहां के एक किसान अंबाराम माल जिनके 5 बीघे खेत में पानी घुस आया और उनकी सारी फसल तबाह हो गई। इस क्षेत्र के किसानों का कहना है कि, कि हमने परियोजना से जुड़े अधिकारियों को पहले ही चेतावनी दी थी कि, घटिया निर्माण के चलते यह नहर पानी का दबाव नहीं झेल पाएगी। लेकिन अधिकारियों ने उनकी बात को नजरअंदाज कर दिया और जिसके चलते ये हालात बने।