Edited By Vikas Tiwari, Updated: 27 Feb, 2021 12:07 PM
शहर में आवारा घोड़ो के एक झुंड का आतंक थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। ऐसा ही एक दिल दहला देने वाला नजारा इन दिनों शहडोल शहर में देखने को मिला। जहां शहर के बीच आबादी वाले क्षेत्र में आवारा घोड़ों का एक झुंड रोजाना सड़क पर दौड़ रहा है। जिससे लोगों को जान...
शहडोल (अजय नामदेव): शहर में आवारा घोड़ो के एक झुंड का आतंक थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। ऐसा ही एक दिल दहला देने वाला नजारा इन दिनों शहडोल शहर में देखने को मिला। जहां शहर के बीच आबादी वाले क्षेत्र में आवारा घोड़ों का एक झुंड रोजाना सड़क पर दौड़ रहा है। जिससे लोगों को जान का खतरा बना हुआ है। वहीं पूर्व में इसी तरह घोड़े के झुंड की चपेट में आने से एक बच्ची गंभीर रूप से घायल हो गई थी। इस ओर न तो नगरपालिका ध्यान दे रही और न ही वन विभाग घोड़ों के झुंड के बीच स्कूली बच्चे व आम जन के जान का खतरा बना हुआ है, और लोग दहसत में हैं।
शहडोल शहर में इस दिनों दहसत का माहौल बना हुआ है। इसकी वजह है, आवारा बेलगाम घोड़ो का झुंड, ये घोड़ों का झुंड शहर के सबसे व्यस्तम क्षेत्र गांधी चौक से लेकर कलेक्ट्रेट कार्यालय के बीच धमाचौकडी मचाते हैं। यह बेलगाम घोड़ों के झुंड अचानक सड़क पर रेस लगाने लगते हैं। जिससे सड़क पर चल रहे राहगीरों को अपनी जान बचाकर भागना पड़ता है। बड़े लोग तो किसी तरह अपनी जान बचा कर भाग खड़े होते हैं, लेकिन बच्चे और महिलाएं समय रहते नही भाग पाते जिससे वे इस घोड़ों की चपेट में आ जाते है। आप साफ तौर पर वीडियो में देख सकते हैं कि कैसे सड़कों पर बेलगाम घोड़ों का झुंड दौड़ रहा है। इस बीच जान जोखिम डालकर स्कूली बच्चे दहसत में इन घोड़ों के समूह के बीच खुद को बचते हुए स्कूल जा रहे है।
वहीं इस मामले नगरपालिका अध्यक्ष इस बात का दावा कर रही है, कि उनके पास आधुनिक काऊ कैचर वाहन है। जिससे वे इन आवारा घोड़ो को जल्द ही शहर से बाहर छोड़ेंगे। लेकिन आपको बता दें कि अध्यक्ष महोदया जिस आधुनिक काऊ कैचर वाहन की बात कर रही हैं। वह खड़े-खड़े धूल खा रहा है। शायद नगरपालिका अध्यक्ष को इंतजार है किसी बड़े हादसे का, जिसके बाद ही वे इस ओर कठोर कदम उठाएंगी।
आपको बता दें कि पहले भी इसी तरह घोड़ों के झुंड ने कइयों को घायल किया है। इतना ही नहीं अभी हाल में ही एक घोड़े के काटने से कई लोग घायल हो चुके हैं, और शहर में पिछले कई माह से लोगों को इन बेलगाम घोड़े मुशीबत का शबब बने हुए हैं, और प्रशासन बिल्कुल बेखबर है। लोगों ने प्रशासन से मांग की कि इन बेलगाम घोड़ों को जल्द पकड़ा जाए नहीं तो ये किसी का भी नुकसान कर सकते हैं।