Edited By suman, Updated: 11 Aug, 2018 06:05 PM
प्रदेश के सरकारी स्कूलों में शिक्षा में गुणवत्ता सुधार और उपलब्ध संसाधनों का बेहतर उपयोग करने के लिए एक परिसर एक शाला योजना लागू की गई है।
छतरपुर : प्रदेश के सरकारी स्कूलों में शिक्षा में गुणवत्ता सुधार और उपलब्ध संसाधनों का बेहतर उपयोग करने के लिए 'एक परिसर एक शाला' योजना लागू की गई है। केंद्र सरकार के निर्देश पर राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान और सर्वशिक्षा अभियान के एकीकरण की कार्रवाई की जा रही है। इसके परिणाम स्वरूप प्रारंभिक एवं माध्यमिक स्तर के सरकारी विद्यालयों के बीच विभेद समाप्त करते हुए पूर्ण एकीकृत विद्यालय की स्थापना की जाएगी।
यह है योजना
भारत सरकार द्वारा ‘सबको शिक्षा-अच्छी शिक्षा’ के अंतर्गत नई एकीकृत शिक्षा योजना बनाई गई है। इसमें नर्सरी से 12वीं तक लागू सर्व-शिक्षा अभियान, राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान और शिक्षक शिक्षा शामिल होगी। इसका उद्देश्य शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाना, विद्यार्थियों की शिक्षा-अर्जन की क्षमता में वृद्धि करना, स्कूली शिक्षा में सामाजिक असमानता को दूर करना, स्कूली शिक्षा व्यवस्था में न्यूनतम मानक निर्धारित करना, शिक्षा के साथ व्यवसायीकरण परीक्षण को बढ़ावा देना शामिल है।
'एक परिसर-एक शाला’ कार्य-योजना से सबसे बड़ा लाभ यह होगा कि कोई भी शाला बंद नहीं की जाएगी। एक परिसर में स्थित सभी शालाओं का विलय करते हुए ‘एक परिसर-एक शाला’ के रूप में संचालित की जाएगी।