Edited By meena, Updated: 03 Feb, 2021 05:10 PM
मध्य प्रदेश सरकार द्वारा पुलिस विभाग द्वारा कोरोना योद्धाओं को सम्मान पदक देने के फैसले के बाद अब राज्य प्रशासनिक सेवा संघ ने भी कर्मवीर योद्धा पदक की मांग की है। राज्य प्रशासनिक सेवा संघ ने इसके लिए बाकायदा शिवराज सरकार को पत्र लिखा है और कहा है कि...
भोपाल(इजहार हसन खान): मध्य प्रदेश सरकार द्वारा पुलिस विभाग द्वारा कोरोना योद्धाओं को सम्मान पदक देने के फैसले के बाद अब राज्य प्रशासनिक सेवा संघ ने भी कर्मवीर योद्धा पदक की मांग की है। राज्य प्रशासनिक सेवा संघ ने इसके लिए बाकायदा शिवराज सरकार को पत्र लिखा है और कहा है कि कोरोना काल में ड्यूटी के दौरान संक्रमित होने से कई अधिकारी बीमार हुए और जान गंवाई। इंसीडेंट कमांडर के तौर पर काम किया और 24 घंटे सेवाएं दीं। इसलिये पुलिस महकमे की तरह उन्हें भी कोरोना योद्धा घोषित कर सम्मान दिया जाये।
गौरतलब है कि गृह और चिकित्सा शिक्षा व स्वास्थ्य विभाग ने फैसला किया है कि कोरोना काल में ड्यूटी करने वाले पुलिस, होमगार्ड के जवानों और अफसरों को स्वास्थ्य कर्मियों को दिए जाने वाले कर्मवीर योद्धा पदक से सम्मानित किया जाएगा। इस मामले में राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी और राजस्व अफसर राज्य सरकार के फैसले से सहमत नहीं हैं। अपर कलेक्टर, संयुक्त कलेक्टर, डिप्टी कलेक्टर, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक और अन्य राजस्व कर्मचारियों की ओर से सरकार के फैसले का विरोध करते हुए सीएम शिवराज सिंह को पत्र लिखा है। उन्होंने सीएम से सवाल किया है क्या वे कोरोना योद्धा नहीं हैं? क्या उन्होंने अपनी जान की बाजी लगाकर कोरोना काल में सेवाएं नहीं दीं? इसके लिए अब राजस्व अधिकारी भी एकजुट होकर जल्द ही सरकार से विरोध भी जताने की प्लानिंग कर रहे हैं कि सभी कर्मचारियों, अधिकारियों को समान नजरिये से देखकर लाभ और सम्मान दिए जाएं।