Edited By Vikas kumar, Updated: 03 Dec, 2018 03:50 PM
राजस्थान में विधानसभा चुनाव के प्रचार के समय यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भगवान हुनमान को दलित बताया था। इसको लेकर काफी विवाद भी हुआ था जो थमने का नाम ही नहीं ले...
भोपाल: राजस्थान में विधानसभा चुनाव के प्रचार के समय यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भगवान हुनमान को दलित बताया था। इसको लेकर काफी विवाद भी हुआ था जो थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। इसी बीच जैन आचार्य निर्भय सागर ने अलग बयान दिया है। भोपाल से 25 किलोमीटर की दूरी पर समसगढ़ के पंचबालयति जैन मंदिर में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने हनुमान को जैन बताया। आचार्य कह रहे हैं कि जैन दर्शन के कई ऐसे ग्रंथ हैं जिनमें हनुमान के जैन धर्म से होने की बात लिखी है। जैन धर्म में 24 कामदेव होते हैं। इसमें भगवान हनुमान भी हैं।
जैन दर्शन के मुताबिक चक्रवर्ती, नारायण, प्रति नारायण, बलदेव, वासुदेव, कामदेव और तीर्थंकर के माता-पिता ये सभी क्षत्रिय हुआ करते हैं। जैन आचार्य निर्भय सागर ने बताया कि, इनकी संख्या 169 हुआ करती है, ये महापुरुष होते हैं । इन्हीं में हनुमान का भी नाम है और कामदेव होने के नाते ये क्षत्रिय थे। इसके बाद उन्होंने कहा कि, जैन दर्शन के मुताबिक हनुमान पहले क्षत्रिय थे। वे वैराग्य की अवस्था को धारण करने के बाद जंगल में जाने के बाद उन्होंने दीक्षा ली।