Edited By suman, Updated: 27 Jan, 2019 10:31 AM
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे आकाश विजयवर्गीय राजनीति में आते ही एक्शन मोड में आ गए है। मिली जानकारी के अनुसार,उन्होंने अधिकारियों को सरेआम धमकी दी है। उन्होंने कहा कि ''नगर निगम के अधिकारी सुन लें, आगे से उनके क्षेत्र में कोई...
भोपाल: भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे आकाश विजयवर्गीय राजनीति में आते ही एक्शन मोड में आ गए है। मिली जानकारी के अनुसार,उन्होंने अधिकारियों को सरेआम धमकी दी है। उन्होंने कहा कि 'नगर निगम के अधिकारी सुन लें, आगे से उनके क्षेत्र में कोई भी कार्यक्रम हुआ तो, ऐसा नहीं हो और यदि ऐसा हुआ तो…आगे क्या होगा वह समझ लें।' इसके बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है।
ये है पूरा मामला
दरअसल, आकाश विजयवर्गीय शनिवार को एक ब्रिज की आधारशिला रखने के लिए कार्यक्रम में पहुंचे थे, तब उन्होंने देखा कि वहां काफी तादाद में लोग खड़े हुए हैं। इससे आकाश विजयवर्गीय ने नगर निगम पर नाराजगी जताते हुए कहा कि 'बिना मुझसे पूछे मेरी विधानसभा में कोई काम नहीं किया जाए। वरना आप समझ लें कि क्या होगा'। वे इस बात से नाराज थे कि उन्हें इस ब्रिज के उद्घाटन की जानकारी बीते शाम को दी गई। आकाश विजयवर्गीय ने यह भी कहा कि 'पहले से यदि हमें कार्यक्रम की सूचना दे दी जाती तो हम भी कुछ मदद कर देते।' यहां इतने लोगों को खड़ा रहकर परेशान नहीं होना पड़ता'। इस दौरान मंत्री जीतू पटवारी, महापौर मालिनी गौड़ सहित तमाम नेता उपस्थित थे।
आकाश इस बात से नाराज थे कि पुल के शिलान्यास का कार्यक्रम उनसे बिना पुछे रख दिया गया और साथ ही उन्हें इस बात की जानकारी भी एक दिन पहले शाम को दी गई। आकाश इंदौर से विधायक हैं। वहीं पिछले दिनों इंदौर रेलवे स्टेशन पर आयोजित कार्यक्रम में निमंत्रण पत्र पर उनका नाम नहीं था, जिसको लेकर भी वो नाराज थे। वहीं फिर उनके विधानसभा क्षेत्र में बिना उनसे चर्चा किए जवाहर मार्ग ब्रिज का लोकार्पण समारोह आयोजित कर लिया गया। उस वजह से वे नाराज हुए और उक्त चेतावनी दे डाली।