Edited By meena, Updated: 21 Jun, 2022 07:16 PM
कहते हैं इंसान का साया उसका साथ कभी नहीं छोड़ता लेकिन आज का दिन ऐसा है कि इंसान का साया भी उसका साथ कुछ पल के लिए छोड़ देता है। यहां खगोलीय घटना आज के दिन उज्जैन के प्राचीन वेद शाला के संकुल यंत्र के माध्यम से लाइव देखी जा सकती है।
उज्जैन(विशाल सिंह): कहते हैं इंसान का साया उसका साथ कभी नहीं छोड़ता लेकिन आज का दिन ऐसा है कि इंसान का साया भी उसका साथ कुछ पल के लिए छोड़ देता है। यहां खगोलीय घटना आज के दिन उज्जैन के प्राचीन वेद शाला के संकुल यंत्र के माध्यम से लाइव देखी जा सकती है। उज्जैन शहर में स्थित पुरानी जीवाजी वेधशाला में आज दिनांक 21 जून को होने वाली खगोलीय घटना को संकुल यंत्र के माध्यम से प्रत्यक्ष देखने के लिए लोग भी पहुंचे। खगोलीय घटना में आज 21 जून को दिन बड़ा और रात छोटी होती है।
ऐसा सूर्य के उत्तरी गोलार्ध में कर्क रेखा पर लामबंद होने से होता है। जीवाजी वेधशाला के अधीक्षक डॉ राजेंद्र प्रकाश गुप्ता के अनुसार उज्जैन कर्क रेखा के नजदीक स्थित है। सूर्य उत्तरी गोलार्ध में कर्क रेखा पर लंबवत होने पर दोपहर को परछाई कुछ पल के लिए शुन्य हो जाती है। वेद शाला में इस खगोलीय घटना को शंकु यंत्र के माध्यम से प्रत्यक्ष देखा जा सकता है।
इस खगोलीय घटना में आज 21 जून को दिन बड़ा और रात छोटी होगी। सूर्योदय सुबह 5:42 पर और सूर्यास्त शाम 5:16 पर होता है। इसके कारण दिन सबसे बड़ा 13 घंटे 34 मिनट का और रात 10 घंटे 26 मिनट की होती है। 21 जून के बाद सूर्य की गति दक्षिण की ओर होगी। इसे दक्षिणायन का प्रारंभ कहते हैं। सूर्य के दक्षिणायन होने के बाद दिन धीरे-धीरे छोटे होंगे और रातें लंबी होगी। वही 23 सितंबर को दिन और रात बराबर होंगे।