Edited By meena, Updated: 12 Jul, 2019 03:45 PM
विधानसभा के पांचवें दिन की कार्यवाही के दौरान खूब हंगामा देखने को मिला। सत्र की कार्यवाही के शुरू में ही नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव के बयान पर सत्ता पक्ष के विधायकों ने आपत्ति जताते हुए जोरदार हंगामा किया। भार्गव ने कहा कि यह विचित्र सरकार है सभी...
भोपाल: विधानसभा के पांचवें दिन की कार्यवाही के दौरान खूब हंगामा देखने को मिला। सत्र की कार्यवाही के शुरू में ही नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव के बयान पर सत्ता पक्ष के विधायकों ने आपत्ति जताते हुए जोरदार हंगामा किया। भार्गव ने कहा कि यह विचित्र सरकार है सभी मंत्रियों को कैबिनेट मंत्री बना दिया। विधायकों को खिलाने पिलाने का काम किया जा रहा है। इस पर सत्तापक्ष के विधायकों ने आपत्ति जताई और गोपाल भार्गव के बयान को विधायकों का अपमान बताया।
दरअसल, आज की विधानसभा सत्र की शुरुआत में बजट पर चर्चा की जा रही थी। तभी नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा कि सभी मंत्रियों को कैबिनेट मंत्री बना दिया। विधायकों को खिलने पिलाने का काम किया जा रहा है, यह सरकार खोखली है। विधायकों को खिलाने पिलाने की जिम्मेदारी मंत्रियों को दी गई है। इतना सुनते ही सभी विधायक भड़क उठे और हंगामा करने लगे।
गोपाल भार्गव के बयान पर सीएम कमलनाथ ने पलटवार करते हुए कहा कि खिलाने पिलाने की परंपरा बीजेपी की रही है। आप इस परंपरा से अच्छी तरह बाकिफ हैं। मेरे सभी मंत्री कैबिनेट मंत्री बनने लायक हैं, इसलिए कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। सीएम कमलनाथ ने कहा हां कुछ मंत्रियो को जिम्मेदारी दी है, विधायको को समस्या न हो इसलिए जिम्मेदारी दी गई है। अपने बयान पर हंगामा होने पर नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने सफाई पेश करते हुए कहा कि उनके कहने का यह मतलब नहीं था। उनकी बातों का गलत मतलब निकाला गया। खिलाने पिलाने का मतलब केयर टेकर से है।