Edited By Vikas kumar, Updated: 10 Jan, 2019 01:10 PM
विधानसभा में भारी हंगामे के बीच कांग्रेस विधायक हिना कांवरे को उपाध्यक्ष निर्वाचित कर दिया गया है। वहीं विपक्ष ने विधानसभा अध्यक्ष पर पक्षपात के आरोप लगाते हुए उपाध्यक्ष चयन प्रक्रि...
भोपाल: विधानसभा में भारी हंगामे के बीच कांग्रेस विधायक हिना कांवरे को उपाध्यक्ष निर्वाचित कर दिया गया है। वहीं विपक्ष ने विधानसभा अध्यक्ष पर पक्षपात के आरोप लगाते हुए उपाध्यक्ष चयन प्रक्रिया को अलोकतांत्रिक बताया और जमकर नारेबाजी की जा रही है। जिसके चलते सदन की कार्रवाई को एक बार फिर से स्थगित कर दिया गया है।
गुरुवार को विधानसभा सत्र के चौथे दिन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने कांग्रेस की हिना कांवरे को विधानसभा उपाध्यक्ष बनाने के प्रस्ताव के विरोध में ज़ोरदार हंगामा खड़ा कर दिया। बीजेपी विधायकों ने आसंदी के नज़दीक पहुंचकर हंगामा किया। हिना कांवरे का नाम अकेले पढ़े जाने पर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सीता शरण शर्मा ने आपत्ति जताई। बीजेपी विधायक डिप्टी स्पीकर के पद को लेकर वोटिंग न कराए जाने से खफा थे। विपक्ष ने स्पीकर पर पक्षपात करने का आरोप लगाया। इस बीच नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने भी विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए कहा कि 'अध्यक्ष ने विपक्ष की आवाज दबाने की कोशिश की है।'
चौथे दिन की विधानसभा सत्र की कार्रवाई के दौरान शिवराज सिंह की बैठने की जगह पर भी आपत्ती दर्ज की गई। आपको बता दें कि शिवराज सिंह विपक्ष के नेता वाली जगह पर बैठे हुए थे। उनके बगल में गोपाल भार्गव बैठ थे। लेकिन हंगामा शुरू होने के बाद शिवराज ने गोपाल भार्गव से उनकी जगह पर आने को कहा और फिर दोनों ने सीट बदल ली।