Edited By suman, Updated: 02 Jun, 2019 05:14 PM
सरकार की लापरवाही एक बार फिर सामने आई है। पिछले दिनों विधानसभा अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद प्रजापति ने लोकसभा चुनाव के दौरान सुरक्षा में कटौती और अनफिट अमले से खफा होकर सुरक्षाकर्मियों को वापस लौटा दिया था। स्पीकर की इस नाराजगी पर बवाल हुआ और कांग्रेस...
भोपाल: सरकार की लापरवाही एक बार फिर सामने आई है। पिछले दिनों विधानसभा अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद प्रजापति ने लोकसभा चुनाव के दौरान सुरक्षा में कटौती और अनफिट अमले से खफा होकर सुरक्षाकर्मियों को वापस लौटा दिया था। स्पीकर की इस नाराजगी पर बवाल हुआ और कांग्रेस सरकार को आनन् फानन में उनकी सुरक्षा बढ़ाने का फैसला लेना पड़ा। लेकिन लापरवाही की इंतहा है कि विधानसभा अध्यक्ष के सरकारी निवास पर अब तक सुरक्षा नहीं बढ़ाई गई, यहां बंगले की सुरक्षा में अब भी विधानसभा के दो सुरक्षाकर्मी तैनात है।
दरअसल, विधानसभा अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद प्रजापति की नाराजगी दूर करने के लिए सरकार ने उनकी सुरक्षा वाय श्रेणी की कर दी है। उन्होंने लोकसभा चुनाव के दौरान सुरक्षा में कटौती और अनफिट अमले से खफा होकर सुरक्षाकर्मियों को वापस लौटा दिया था। शुक्रवार को गृहमंत्री बाला बच्चन की अध्यक्षता में राज्य सुरक्षा समिति की बैठक में सुरक्षा व्यवस्था का दो स्तर बढ़ाने का फैसला किया गया। इसके तहत उन्हें छह पीएसओ और एक चार की गार्ड दी जाएगी, जो बंगले पर हमेशा तैनात रहेंगे। लेकिन इस फैसले को अमल में ही नहीं लाया गया| विधानसभा अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद प्रजापति का सरकारी निवास चार इमली के B -9 में स्थित है, यहां बंगले की सुरक्षा अभी भी विधानसभा के दो सुरक्षाकर्मी कर रहे हैं।