Edited By ASHISH KUMAR, Updated: 09 May, 2019 11:55 AM
मध्यप्रदेश के उज्जैन स्थित विक्रम विश्वविद्यालय में ज्योतिर्विज्ञान अध्ययनशाला के प्रमुख राजेश्वर शास्त्री मुसलगांवकर को लोकसभा चुनावों की आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। विश्विद्यालय के आदेश के अनुसार...
उज्जैन: मध्यप्रदेश के उज्जैन स्थित विक्रम विश्वविद्यालय में ज्योतिर्विज्ञान अध्ययनशाला के प्रमुख राजेश्वर शास्त्री मुसलगांवकर को लोकसभा चुनावों की आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। विश्विद्यालय के आदेश के अनुसार, सोशल मीडिया पर राजनीतिक पोस्ट कर आचार संहिता का उल्लंघन करने पर शास्त्री को निलंबित किया गया है।
विश्वविद्यालय सूत्रों का कहना है, "ज्योतिर्विज्ञान अध्ययनशाला के अध्यक्ष मुसलगांवकर ने 28 अप्रैल को फेसबुक पर एक पोस्ट डाली थी कि 'भाजपा 300 के पास और राजग 300 के पार'। इसे चुनावी आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने उन्हें निलंबित कर दिया है।" विश्वविद्यालय प्रशासन ने बुधवार को निलंबन की मीडिया से पुष्टि की है।
हालांकि, अगले ही दिन मुसलगांवकर ने सार्वजनिक माफी के साथ इस फेसबुक पोस्ट को हटा लिया था। उन्होंने इसके बाद फेसबुक पर 29 अप्रैल को जारी पोस्ट में कहा था, "मेरे द्वारा ज्योतिषीय आकलन मात्र शास्त्रीय प्रचार की दृष्टि से किया गया था। यदि मेरे प्रयोग से किसी की भावना आहत होती है, तो मैं क्षमा चाहता हूं।"
वहीं इस मामले पर बीजेपी ने सवाल उठाए हैं उन्होंने इसे अभिव्यक्ति की आजादी पर पाबंदी बताया है। बीजपी का कहना है कि विभिन्न विषयों पर ज्योतिषीय आकलन जाहिर करना ज्योतिर्विज्ञान के प्राध्यापकों के अध्ययन-अध्यापन का अनिवार्य अंग होता है। ऐसे में मुसलगांवकर जैसे विद्वान ज्योतिषाचार्य पर निलंबन की कार्रवाई अनुचित है। उनके निलंबन आदेश को जल्द रद्द किया जाना चाहिए।