Edited By meena, Updated: 09 Nov, 2019 05:38 PM
इंटरनेशनल कॉल को गैर कानूनी ढंग से डोमेस्टिक कॉल में बदलकर देश की आंतरिक सुरक्षा को खतरे में डाल रहे दो आरोपियों को मध्य प्रदेश पुलिस के आतंक विरोधी दस्ता (एटीएस) ने गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों ने पिछले एक साल...
भोपाल(इज़हार हसन खान): इंटरनेशनल कॉल को गैर कानूनी ढंग से डोमेस्टिक कॉल में बदलकर देश की आंतरिक सुरक्षा को खतरे में डाल रहे दो आरोपियों को मध्य प्रदेश पुलिस के आतंक विरोधी दस्ता (एटीएस) ने गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों ने पिछले एक साल से अवैध टेलीफोन एक्सचेंज संचालित कर दूरसंचार विभाग को राजस्व की बड़ी हानि पहुंचाई थी।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एटीएस राजेश गुप्ता ने बताया की एटीएस को सूचना मिली थी की महाराष्ट्र से फर्जी तरीके से खरीदे गए सिम कार्ड के जरिए इंदौर में इंटरनेशनल कॉल को डोमेस्टिक कॉल में बदलकर अवैध लाभ कमाया जा रहा है। साथ ही देश की आंतरिक सुरक्षा को भी खतरे में डाल जा रहा है। सूचना पर इंदौर की एटीएस और साइबर क्राइम टीम ने संयुक्त कार्रवाई कर खातीवाला टैंक एवं जौहरी पैलेस इंदौर से संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की।
साथ ही इनके कब्जे से 10 सिम बॉक्स, लगभग 150 सिम कार्ड, लैपटॉप, कंप्यूटर हाई स्पीड इंटरनेट कनेक्शन मॉडम एवं अन्य तकनीकी उपकरण जब्त किए गए । अभी तक दो आरोपी मुफद्दल लोखंडवाला पिता नजमुद्दीन लोखंडवाला निवासी इंदौर एवं बुरहानुद्दीन महूवाला पिता सैफुद्दीन महूवाला निवासी इंदौर को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है।
एटीएस अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक गुप्ता ने बताया की आरोपियों से की गई प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि इन आरोपियों द्वारा एक अवैध टेलीफोन एक्सचेंज संचालित कर दूरसंचार विभाग को पिछले एक साल में लगभग एक करोड़ 23 लाख रूपये का नुकसान पहुंचाया है। इंदौर से गिरफ्तार किए गए इन आरोपियों से की गई पूछताछ में यह भी पता चला है कि इनका संपर्क खाड़ी देशों से है। आरोपियों के खिलाफ थाना एटीएस/एसटीएफ भोपाल में भारतीय दंडविधान की विभिन्न धाराओं एवं इंडियन टेलीग्राफ एक्ट व भारतीय बेतार-तार अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर जांच में लिया गया है।