Edited By ASHISH KUMAR, Updated: 30 Apr, 2019 10:41 AM
लोकसभा चुनाव के चलते आचार संहिता लागू है। जिसका असर लोगों के मनोंरंजन पर भी पड़ रहा है। क्योंकि आदर्श आचार संहिता से हिंदी फिल्मों के गाने भी अछूते नहीं रहे हैं। इसके चलते श्रोता डेढ़ महीने से अपने पसंदीदा गानों को सुन नहीं पा रहे हैं...
शिवपुरी: लोकसभा चुनाव के चलते आचार संहिता लागू है। जिसका असर लोगों के मनोरंजन पर भी पड़ रहा है। क्योंकि आदर्श आचार संहिता से हिंदी फिल्मों के गाने भी अछूते नहीं रहे हैं। इसके चलते श्रोता डेढ़ महीने से अपने पसंदीदा गानों को सुन नहीं पा रहे हैं। दरअसल, आकाशवाणी आपकी फरमाइश कार्यक्रम में स्रोताओं को ऐसे गानों को सुनाने से मना कर रहा है, जिसमें किसी राजनीति दल के चुनाव चिन्ह का जिक्र आता है। यही नहीं, उन फिल्मी कलाकारों से जुड़े गानों को भी नहीं सुनाया जा रहा है, जो चुनाव लड़ रहे हैं या किसी राजनीतिक दल से जुड़े हैं।
जानकारी के अनुसार, रविवार सुबह साढ़े 9 बजे आकाशवाणी पर आने वाले आपकी फरमाइश कार्यक्रम में मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले के रहने वाले मनोज ने साल 1968 में बनी सरस्वती चंद्र फिल्म का गाना ‘फूल तुम्हे भेजा है खत में, फूल नहीं मेरा दिल है...’ सुनाने के लिए फरमाइशी पत्र लिखा था। लेकिन कार्यक्रम में यह गाना नहीं सुनाया गया, क्योंकि इसमें बीजेपी के चुनाव चिन्ह फूल का जिक्र आता है। इसी तरह अल्पेश निरमा ने हाथी मेरा साथी.. और तेरे हाथ में मेरा हाथ हो.. गाने की फरमाई की थी, पर इनमें बसपा और कांग्रेस के चुनाव चिन्ह का जिक्र होने के चलते नहीं सुनाए गए। शनिवार रात को फिरोज खान पर केंद्रित फिल्मों के गीतों का प्रसारण हुआ। पर इनमें उनका सबसे लोकप्रिय गाना- ‘ तेरे चेहरे में वो जादू है...’ नहीं सुनाया गया, क्योंकि उस गाने में हेमा मालिनी प्रमुख कलाकार थीं।
बता दे किं जब इस संबंध में आकाशवाणी शिवपुरी के उदघोषक हितांशु भूषण से बात की तो उन्होंने कहा कि आचार संहिता के चलते हम इसका पालन कर रहे हैं। प्रसार भारती से इस बारे में हमें दिशा-निर्देश मिले थे। फरमाइशी पत्र लिखने वाले श्रोता मनपसंद गाना न सुनाने को लेकर फोन करके भी पूछ रहे हैं। आचार संहिता सामाप्त होने के बाद उनकी पसंद के सारे गाने सुनाए जाएंगे।