नीमच के 'पैडमैन' और साथी महिलाओं के प्रयासों से गांवों में स्वास्थ्य के प्रति आई जागरूकता

Edited By Jagdev Singh, Updated: 23 Nov, 2019 12:34 PM

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मध्य प्रदेश की महिलाओं में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता के मामले में नीमच जिले के एक युवक की पहचान ''पैडमैन'' के रूप में बन गई। वहीं इस युवक के प्रत्नशील प्रयासों के दम पर और उसकी साथी महिलाओं के कारण गांवों में स्वास्थ्य के प्रति काफी जागरूकता आई...

नीमच: मध्य प्रदेश की महिलाओं में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता के मामले में नीमच जिले के एक युवक की पहचान 'पैडमैन' के रूप में बन गई। वहीं इस युवक के प्रत्नशील प्रयासों के दम पर और उसकी साथी महिलाओं के कारण गांवों में स्वास्थ्य के प्रति काफी जागरूकता आई है। ये लोग मिलकर गांवों में महिलाओं को सस्ती दर पर सेनेटरी पेड मुहैया कराते हैं। साथ ही उन्हें स्वास्थ्य जागरूकता से संबंधित जानकारी भी देते हैं। जिले के गांव खोर के भूपेंद्र खोईवाल को 'नीमच का पेड मैन' कहा जाने लगा है। भूपेंद्र ने करीब 17 जुलाई 2019 को गांव खोर में करीब 500 वर्गफीट एरिया में स्त्री स्वाभिमान सेनेटरी पेड यूनिट और ऐश्वर्या इंटरप्राइजेस खोर की शुरुआत की थी। करीब 4 लाख रुपए की लागत से यूनिट तैयार करीब 15 महिलाओं को जोड़ा। यूनिट में एक दिन में करीब 1500 सेनेटरी पेड तैयार होते हैं।

इनको बनाने का काम करीब 7 महिलाएं करती हैं, जबकि खोईवाल और 8 महिलाएं गांव-गांव पहुंचकर महिलाओं को सस्ती दर पर 20 रुपए में 8 सेनेटरी पैड का पैकेट मुहैया कराती हैं। जुलाई महीने से इनका यह प्रयास निरंतर जारी है। सेनेटरी पैड देने के साथ ये लोग महिलाओं को स्वास्थ्य संबंधित जानकारी भी देते हैं। उन्हें जागरूक करने का प्रयास करते हैं। यूनिट में करीब 15 महिलाएं काम करती हैं। करीब 7 महिलाएं पैड बनाने का काम करती हैं, जबकि 8 महिलाएं खोईवाल के साथ गांव-गांव में सेनेटरी पैड पहुंचाने और महिलाओं को जागरूक करने का काम करती हैं। इन कामों से महिलाओं को प्रति 2 हजार 500 से लेकर 6 हजार रुपए तक की आमदनी होती है।

सेनेटरी पैड बनाने में नॉन वुलन सिलकी मटियरल, वुड पल्प, एनियन चीप और जेल शीट का उपयोग किया जाता है। वहीं इस मटियरल से महिलाएं मशीनों की मदद से सेनेटरी पैड बनाती हैं। साथ ही 8-8 सेनेटरी पेड के पैके तैयार किए जाते हैं। सेनेटरी पैड बनाने की यूनिट फिलहाल छोटी मशीनों की मदद से संचालित हो रही है। सेनेटरी पैड की मांग और महिलाओं को रोजगार देने के लिए भूपेंद्र खोईवाल ने शासन से मदद की गुहार लगाई है। वे यूनिट के लिए बड़ी मशीनें चाहते हैं। अन्य स्तर पर भी मदद की मांग कर रहे हैं।

बॉलीवुड फिल्म मध्य प्रदेश के महू के समीप कालाकुंड में फिल्म 'पैडमैन' बनी थी। इसमें फिल्म अक्षय कुमार ने पैडमैन की भूमिका निभाई थी। इसे देखने के बाद भूपेंद्र खोईवाल प्रेरित हुए और उन्होंने समाज के लिए कुछ करने की ठानी। महिलाओं को साथ लेकर सेनेटरी पैड की यूनिट की शुरुआत की। वर्तमान में उनके करीब 15 महिलाएं जुड़ी हुई हैं।

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