Edited By meena, Updated: 16 Jun, 2019 04:53 PM
प्रदेश में सरकार स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षक अब शादी में फेरे कराने की जिम्मेदारी निभाएंगे। जी हां सुनने में थोड़ा अजीब लग रहा होगा लेकिन यह सच है कि मुख्यमंत्री कन्यादान एवं विकास योजना के अंतर्गत सामूहिक विवाह एवं निकाह...
सीहोर: प्रदेश में सरकार स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षक अब शादी में फेरे कराने की जिम्मेदारी निभाएंगे। जी हां, सुनने में थोड़ा अजीब लग रहा होगा लेकिन यह सच है कि 'मुख्यमंत्री कन्यादान एवं विकास' योजना के अंतर्गत सामूहिक विवाह एवं निकाह सम्मेलन की जिम्मेदारी सरकारी शिक्षक निभाएंगे।
दरअसल, सोमवार को सामूहिक विवाह सम्मेलन से पहले सीहोर के नसरुल्लागंज में प्रशासन का अजीबो-गरीब फरमान चर्चा का विषय बना हुआ है। इस आदेश के तहत विवाह सम्मेलन में शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है। आदेश के अनुसार, शिक्षक दूल्हा-दुल्हन को ना सिर्फ फेरे दिलवाएंगे बल्कि हवन बेदी भी तैयार करने वाले में हाथ बटाएंगें। इसमें करीब 25 शिक्षकों को शामिल किया गया है। जिसमें पांच शिक्षको मंत्रोत्तचार के लिए रखा गया है, वहीं बाकियों को फेरो समेत अन्य रस्मों के लिए कहा गया है।
इस शादी समारोह के लिए भूपेश शर्मा, बीआरसीसी नसरुल्लागंज और रमेश चंद्र पांडे शिक्षक मा.शा. गिल्लौर को प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया गया है। ये दोनों सभी शिक्षकों को उनके काम के बारे में बताएंगें। सुबह 9 बजे इन सभी को आने को कहा गया है। इसके बाद बेदी से लेकर विवाह की जिम्मेदारियों सभी को बांटी जाएगी। हालांकि दबी आवाज में शिक्षक इस अजीबों गरीब फरमान का विरोध भी करने लगे हैं।