Edited By Vikas kumar, Updated: 03 Oct, 2018 04:13 PM
सीएम हाउस के सामने धरना देने बैठींं आशा और उषा कार्यकर्ताओं का जोरदार प्रदर्शन जारी है। वहीं गुस्से से भरी एक आशा कार्यकर्ता टावर पर चढ़ गयी, जिसे पुलिस उतारने की कोशिश कर रही थी, उसी दौरान कार्यकर्ता और पुलिस कर्मचारी टावर से नीचे गिर पड़े।
भोपाल: सीएम हाउस के सामने धरना देने बैठींं आशा और उषा कार्यकर्ताओं का जोरदार प्रदर्शन जारी है। वहीं गुस्से से भरी एक आशा कार्यकर्ता टावर पर चढ़ गयी, जिसे पुलिस उतारने की कोशिश कर रही थी, उसी दौरान कार्यकर्ता और पुलिस कर्मचारी टावर से नीचे गिर पड़े।
आशा कार्यकर्ता के सिर में गहरी चोट आयी है। उसे अस्पताल ले जाया गया है। अपने सहयोगी के घायल होने से आशा कार्यकर्ताओं का गुस्सा और भड़क गया। उन्होनें पुलिस कर्मचारियों पर लात-घूंसे बरसाने शुरू कर दिए। उसके बाद पुलिस ने कार्यकर्ताओं को काबू कर गिरफ़्तारी शुरू कर दी। प्रदेश के कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने ट्वीट कर सीएम को सलाह दी है कि वो भूमि पूजन छोड़कर आशा कार्यकर्ताओं की सुध लें
अपनी मांगों को लेकर सीएम हाउस के सामने पॉलिटेक्निक चौराहे के पास आशा-ऊषा और सहयोगिनी कार्यकर्ता धरना प्रदर्शन कर रही हैं। बिना अनुमती मांगे ही मंगलवार से पॉलिटेक्निक चौराहे पर सुबह 10 बजे से धरना-प्रदर्शन चल रहा है। जो निरंतर चालू है। पुलिस ने सड़क किनारे बेरीकेड्स का घेरावा बनाया और इसी घेरे में ही आशा कार्यकर्ताओं ने रात बिताई।
अधिकांश कार्यकर्ताओं की मांग है कि आशा सहयोगिनी को 25 हजार रुपए और आशा-उषा कार्यकर्ताओं को 10 हजार रुपए मानदेय दिया जाए। इसके अलावा स्थाई करने और चिकित्सा सुविधा व अन्य सुविधाओं की भी मांग की जा रही है। कार्यकर्ताओं के द्वारा आरोप लगाया है कि रातभर से पुलिस हमें धमका रही है।