Edited By suman, Updated: 22 Dec, 2018 03:52 PM
मध्यप्रदेश में 15 साल का बनवास खत्म करके सत्ता वापसी में सफल रही कांग्रेस सत्ता पर पकड़ मजबूत रखने के लिए अब हर कदम फूंक-फूंक कर रख रही है। पूर्ण बहुमत नहीं मिला इसके पीछे कांग्रेस के कुनबे में पलने वाले भितरघाती और
छतरपुर: मध्यप्रदेश में 15 साल का बनवास खत्म करके सत्ता वापसी में सफल रही कांग्रेस सत्ता पर पकड़ मजबूत रखने के लिए अब हर कदम फूंक-फूंक कर रख रही है। पूर्ण बहुमत नहीं मिला इसके पीछे कांग्रेस के कुनबे में पलने वाले भितरघाती और निष्क्रिय पदाधिकारी अब कांग्रेस आला कमान के निशाने पर हैं। ऐसे लोगों की सूचियां बेहद गुप्त तरीके से मांगी गई हैं।
बहुमत के किनारे पर टिकी कांग्रेस को पांच साल सरकार चलाना आसान नहीं होगा। ऐसे में जरा सी चूक परेशानी पैदा कर सकती है। यह बात कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भी समझ गए हैं इसलिए पहली सीढ़ी से ही पार्टी के भितरघातियों व निष्क्रिय पदाधिकारियों को निशाने पर लिया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार ऐसे लोगों की पड़ताल की जा रही है, जिन्होंने चुनाव में किसी न किसी तरह से पार्टी को नुकसान पहुंचाया है। पार्टी ने जीते हुए प्रत्याशियों से ऐसे लोगों की सूची मंगाई है, जिससे इन पर कार्रवाई की जा सके।
लोकसभा चुनाव पर फोकस
विधानसभा चुनाव में जीत के साथ ही छतरपुर जिले में भाजपा का सफाया हो जाने से कांग्रेस काफी उत्साह में है। पार्टी के बड़े नेता लोकसभा चुनाव पर फोकस करके ऐसे लोगों की पड़ताल कर रहे हैं जो पूरे समय नकारा रहे या फिर पार्टी विरोधी मानसिकता से घिर गए। ऐसे लोगों की छुट्टी करके नए नेताओं को जिम्मेदारी दी जानी है, जिन्होंने अच्छा काम कि या। उनको भी मौका मिलेगा और लोकसभा चुनाव की जिम्मेदारी दी जाएगी। नए पदाधिकारियों को ग्रामीण वोट बैंक बढ़ाने के लिए पांच-पांच गांवों की जिम्मेदारी सौंपी जाना है।