Edited By suman, Updated: 28 Aug, 2018 03:44 PM
एक ओर जहां सीएम शिवराज यह दावा करते हैं कि प्रदेश की सड़कें अमेरिका से अच्छी हैं। वहीं सतना से धार्मिक स्थल चित्रकूट को जोड़ऩे वाली सड़क ने इन दावों की पोल खोल के रख दी है। देर रात हुई बरसात की वजह से सड़क दलदल में तब्दील हो गई है और बस के पहिए दलदल...
सतना : एक ओर जहां सीएम शिवराज यह दावा करते हैं कि प्रदेश की सड़कें अमेरिका से अच्छी हैं। वहीं सतना से धार्मिक स्थल चित्रकूट को जोड़ऩे वाली सड़क ने इन दावों की पोल खोल के रख दी है। बीती रात हुई बारिश की वजह से सड़क दलदल में बदल गई हैं और बस के पहिए दलदल में धंस गए हैं। इस जाम में नेपाल से आये 80 तीर्थयात्री भी फंसे रहे। इसमें सड़क निर्माण करने वाली ठेका कंपनी तिरुपति बिल्डकॉन तथा MPRDC के अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा तीर्थयात्रियों को भुगतना पड़ रहा है।
जानकारी के अनुसार सतना से चित्रकूट के बीच घने जंगल के बीच ये बगदरा घाटी में बस,ट्रक समेत दूसरे वाहनों के पहिये कीचड़ में धंस गए। जाम बीती रात 12 बजे से लगा हुआ है, लोग परेशान हैं और प्रशासन तक सूचना भेजी जा चुकी है। लेकिन 15 घंटे का समय बीत जाने के बाद भी कोई मदद नहीं मिल सकी है। सड़क की दुर्दशा को देखकर जाम में फंसे यात्रियों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के उस बयान की जमकर खिल्ली उड़ाई, जिसमें उन्होंने कहा था कि मप्र की सड़कें अमेरिका से भी अच्छी हैं।
111 करोड़ 14 लाख का था ठेका
इस सड़क निर्माण का ठेका MPRDC द्वारा तिरुपति बिल्डकॉन कंपनी को 111 करोड़ 14 लाख में दिया गया है, जिसे दो साल पहले सड़क का निर्माण पूरा कर देना चाहिए था। लेकिन राज्य सरकार की मेहरबानी के चलते तिरुपति बिल्डकॉन कंपनी नियमों को ताक में रखकर सड़क निर्माण कर रही है। जिसकी वजह से निर्माण अवधि समाप्त होने के 2 साल बाद भी सड़क पूरी नहीं बन पाई है और पिछले 9 साल से इस सड़क का हाल बेहाल हैं।