Edited By suman, Updated: 11 Jun, 2018 04:28 PM
चोइथराम मंडी के बाद अब इंदौर के रीजनल पार्क में भी CNG प्लांट बनेगा। चोइथराम मंडी के साथ ही, नगर निगम अब पीपल्यापाला रीजनल पार्क में CNG प्लांट बनाने की तैयारी में है।
इंदौर: चोइथराम मंडी के बाद अब इंदौर के रीजनल पार्क में भी CNG प्लांट बनेगा। नगर निगम अब पीपल्यापाला रीजनल पार्क में CNG प्लांट बनाने की तैयारी में है। वहीं चोइथराम मंडी में पहले से स्थापित हुआ बायो CNG देश का ऐसा पहला प्लांट है, जिससे पैदा होने वाली गैस का उपयोग सिटी बस चलाने में हो रहा है। रीजनल पार्क में बनने वाले इस प्लांट की खासियत यह होगी कि गीले कचरे से CNG के अलावा खाद बनाई जा सकेगी। इस प्लांट में रीजनल पार्क के हरित कचरे के अलावा फल-सब्जियां और अन्य तरह के गीले कचरे की प्रोसेसिंग हो जाएगी। दूसरा प्लांट बनने से गीले कचरे के निपटान की समस्या काफी हद तक नियंत्रण में आ जाएगी। प्लांट को बनाने के लिए टेंडर भी बुलवाए जा चुके हैं और कंपनी का चुनाव भी कर लिया गया है। इस प्लांट को तैयार होने में 4 से 5 महीने लगेंगे।
जुलाई से होगा प्लांट का काम शुरू
निगमायुक्त आशीष सिंह ने कहा कि पार्क के पिछले हिस्से में प्लांट के लिए जमीन चिन्हित कर ली गई है। अनुमान है कि प्लांट के लिए ढाई-तीन एकड़ जमीन की जरूरत होगी। इसके निर्माण की लागत करीब सात करोड़ रुपए है। इसी महीने कंपनी को वर्कऑर्डर देकर अनुबंध संबंधी औपचारिकताएं पूरी कर ली जाएंगी। जुलाई से प्लांट का काम शुरू होगा। इसमें लगभग 15 टन गीला कचरा रोजाना प्रोसेस हो सकेगा।