Edited By ASHISH KUMAR, Updated: 16 Nov, 2018 06:52 PM
प्रदेश विधानसभा चुनाव 2018 के चलते टिकट वितरण से नाराज और टिकट नहीं मिलने से बौखलाए बालाघाट कांग्रेस और भाजपा के दो पूर्व जिलाध्यक्ष समेत कई भाजपाई और कांग्रेसी पदाधिकारियों को दोनों...
बालाघाट: प्रदेश विधानसभा चुनाव 2018 के चलते टिकट वितरण से नाराज और टिकट नहीं मिलने से बौखलाए बालाघाट कांग्रेस और भाजपा के दो पूर्व जिलाध्यक्ष समेत कई भाजपाई और कांग्रेसी पदाधिकारियों को दोनों पार्टी के आलाकमान ने निष्कासन करने की कार्यवाही कर दी है।
भाजपा कांग्रेस के दो जिलाध्यक्षों के अलावा दोनों ही पार्टी के कई बागी प्रत्याशी बालाघाट के वारासिवनी, बालाघाट, कटंगी, परसवाड़ा विधानसीट में पार्टी से बगावत करके चुनावी मैदान में है। तो वही कई पदाधिकारियों ने भाजपा कांग्रेस का दामन छोड़कर विद्रोह कर रहे है। ऐसे में एक ओर जहां भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष रमेश रंगलानी ने पत्रकार वार्ता लेकर बताया कि पार्टी हाईकमान ने परसवाड़ा सीट से बागी प्रत्याशी शिव जायवाल, बालाघाट से जनपद अध्यक्ष व बागी प्रत्याशी किरण मेरावी, कटंगी से जनपद सदस्य श्रीमती अंजू शर्मा को निष्कासित करने की कार्यवाही की गई है। वहीं इनके अलावा इन बागी प्रत्याशियों को सहयोग करने वाले भाजपा के कई पदाधिकारियों को कड़ी चेतावनी दी गई है।
वहीं दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी भी बगावत करने वालों पर कार्यवाही करने में पीछे नहीं है। मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के द्वारा बालाघाट के वारासिवनी विधानसभा सीट पर बगातव करके निर्दलीय चुनाव लड़ रहे पुर्व विधायक प्रदीप जायसवाल और उनके सहयोगी जनपद अध्यक्ष चिंतामन नगपुरे, ब्लाक अध्यक्ष मुकेश पटले, शैलेद्र तिवारी महामंत्री और भोजेश पटले को 6 वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया गया है।