Edited By kamal, Updated: 08 Sep, 2018 12:19 PM
कांग्रेस की प्रदेश इकाई के सचिव राकेश सिंह यादव ने आरोप लगाया कि मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार ने अपनी महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री जनकल्याण (सम्बल) योजना के लिये धन का इंतजाम करने को एक कोष से अवैधानिक तौर पर करीब 1,300 करोड़ रुपये की रकम निकाली और इसका...
इंदौर : कांग्रेस की प्रदेश इकाई के सचिव राकेश सिंह यादव ने कथित आरोप लगाया कि मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार ने अपनी महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री जनकल्याण (सम्बल) योजना के लिये धन का इंतजाम करने को एक कोष से अवैधानिक तौर पर करीब 1,300 करोड़ रुपये की रकम निकाली और इसका बेजा इस्तेमाल किया।
राकेश सिंह यादव ने कहा कि श्रम विभाग से जुड़े कर्मकार कल्याण मंडल के कोष से कथित तौर पर करीब 1,300 करोड़ रुपये राज्य सरकार की आकस्मिकता निधि में भेजे गये। उन्होंने आरोप लगाया कि खासकर भवन निर्माण क्षेत्र के मजदूरों के हित में बनाये गये इस कोष से छेड़छाड़ करते हुए यूं आकस्मिकता निधि में रकम भेजना नियम-कायदों के खिलाफ है। यह कोष करदाताओं के धन से तैयार होता है।
यादव ने आरोप लगाया कि आकस्मिकता निधि में पहुंचायी गयी रकम को मुख्यमंत्री जनकल्याण (सम्बल) योजना के नाम अंतरित कर दिया गया और इस योजना के नाम पर बड़ी संख्या में अपात्र लोगों को फायदा पहुंचाया गया। प्रदेश सरकार ने इस योजना के तहत दो करोड़ से ज्यादा कामगारों के पंजीयन का दावा किया है जिससे भारी फर्जीवाड़े की बू आती है। प्रदेश कांग्रेस सचिव ने मांग की कि किसी सक्षम कानूनी एजेंसी से मामले की जांच करायी जानी चाहिये।
सूबे में मुख्यमंत्री जन कल्याण (सम्बल) योजना आगामी विधानसभा चुनावों से पहले पेश की गयी है। इसके तहत असंगठित क्षेत्र के कामगारों के बकाया बिजली मिल माफ किये जाते हैं और उन्हें अन्य तरीकों से सरकारी मदद दी जाती है।