Edited By suman, Updated: 11 Mar, 2019 06:26 PM
चुनावों की तारीखों का ऐलान होते ही राजनीतिक दलों में हलचल मच गई है। पार्टियां चुनाव से पहले बैठकें कर आगे की रणनीति तैयार कर रही है। इसी कड़ी में लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद रघुनंदन शर्मा ने पार्टी को बड़ी...
भोपाल: चुनावों की तारीखों का ऐलान होते ही राजनीतिक दलों में हलचल मच गई है। पार्टियां चुनाव से पहले बैठकें कर आगे की रणनीति तैयार कर रही है। इसी कड़ी में लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद रघुनंदन शर्मा ने पार्टी को बड़ी नसीहत दी है। शर्मा ने कहा कि '15 साल के शासन में कई अवसरवादी पार्टी में शामिल हो गए , लिहाजा नेतृत्व अपनी नजरें ठीक रखे। परिक्रमावादी और पराक्रमवादी में नेतृत्व का अंतर समझना चाहिए'।
वहीं उन्होंने विधानसभा चुनाव के दौरान किए गए टिकट वितरण पर सवाल उठाते हुए कहा कि 'परिक्रमा वादी टिकिट तो ले आते है, लेकिन पार्टी की सेहत के लिए ये ठीक नही होते है। विधानसभा चुनाव के दौरान प्रत्याशियों का चयन सही नहीं हुआ था जिसका खामियाजा आपके सामने है। चुनाव के दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं की वर्किंग में लापरवाही देखी गई'।
खुद के चुनाव लड़ने पर बोले
अपने लोकसभा चुनाव लड़ने पर शर्मा ने कहा कि 'पिछले चुनाव में मुझे भी तैयारी करने को कहा था, पर मेरे साथ भी कपट किया गया। अब मैं टिकिट के लिए किसी के सामने याचना करने नही जाऊंगा, पार्टी को ठीक लगे तो टिकिट दें वरना ना दें'। बताते चले कि बीजेपी द्वारा 70 पार के फॉर्मूले पर यू-टर्न लेने के बाद वरिष्ठ नेताओं में फिर से चुनाव लडने की उम्मीद जागी है और वे दावेदारी पेश कर रहे है। इससे पहले वरिष्ठ नेता बाबूलाल गौर ने भोपास से टिकट की दावेदारी पेश की है।