Edited By Prashar, Updated: 12 Sep, 2018 04:36 PM
एससी-एसटी एक्ट के विरोध के बीच पिछले 15 दिनों से ग्वालियर आने से बच रहे केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर बीती रात अचानक यहां पहुंचे। लेकिन, जैसे ही केंद्रीय मंत्री के आने की सूचना आरक्षण विरोधी और सपाक्स कार्यकर्ताओं को लगी तो सुबह होते ही उन्होंने...
ग्वालियर: एससी-एसटी एक्ट के विरोध के बीच पिछले 15 दिनों से ग्वालियर आने से बच रहे केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर बीती रात अचानक यहां पहुंचे। लेकिन, जैसे ही केंद्रीय मंत्री के आने की सूचना आरक्षण विरोधी और सपाक्स कार्यकर्ताओं को लगी तो सुबह होते ही उन्होंने उनके बंगले का घेराव किया।
कार्यकर्ताओं की नारेबाजी के बीच तोमर बंगले से निकले और आरक्षण विरोधियों से धिक्कारपत्र लेकर अपनी गाड़ी से स्थानीय कार्यक्रमों में शामिल होने चले गए। इस दौरान खास बात यह रही कि प्रदर्शनकारी उनके सामने ही केंद्र सरकार और मोदी के खिलाफ नारेबाजी करते रहे।
एससी-एसटी एक्ट कानून का समर्थन करने पर सपाक्स कार्यकर्ता केंद्र सरकार के प्रतिनिधियों से नाराज हैं। उनका मानना है कि जब सुप्रीम कोर्ट के संशोधन के खिलाफ सदन में अध्यादेश पेश किया जा रहा था तो उन के चुने हुए जनप्रतिनिधि मूक बने रहे। जिस कारण यह कानून संसद में पास कर दिया गया और लोगों को प्रताड़ित होने के लिए छोड़ दिया गया।
दरअसल लंबे अरसे के बाद अपने संसदीय क्षेत्र पहुंचे नरेंद्र तोमर का आरक्षण विरोधी इंतजार कर रहे थे। वे उनकी भूमिका पर सवाल उठा रहे थे लेकिन पिछले दिनों ग्वालियर में जिस तरह से सत्तारूढ़ दल के नेताओं को आरक्षण विरोधियों के विरोध का सामना करना पड़ा। इस कारण तोमर समेत सीएम की जन आशीर्वाद यात्रा और पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह को भी अपना दौरा रद्द करना पड़ा है।