Edited By suman, Updated: 16 Feb, 2019 03:29 PM
मध्य प्रदेश में सरकार बदले दो महीने हो गए हैं, लेकिन पूर्व मंत्रियों ने सरकारी बंगले अभी तक खाली नहीं किए हैं। यही वजह है कि कई वर्तमान मंत्रियों को बंगले आवं
भोपाल: मध्यप्रदेश में सरकार बदले दो महीने हो गए हैं, लेकिन पूर्व मंत्रियों ने सरकारी बंगले अभी तक खाली नहीं किए हैं। यही वजह है कि कई वर्तमान मंत्रियों को बंगले आवंटित नहीं हो सके हैं। कांग्रेस सरकार ने पूर्व मंत्रियों को बंगला खाली करने के लिए 15 दिन का समय दिया था। इसके लिए सरकार की ओर से एक नोटिस भी जारी किया गया था। लेकिन फिर भी पूर्व मंत्रियों ने बंगले खाली नहीं किए हैं।
इसलिए नहीं करना चाहते पूर्व मंत्री बंगले खाली
सूत्रों के मुताबिक कुछ पूर्व मंत्री बंगला इसलिए नहीं खाली करना चाहते क्योंकि वे लोकसभा चुनाव लड़ने की फिराक में है और उन्हें अपनी जीत का विश्वास है। जिसके बाद उन्हें वहीं बंगला फिर से रहने के लिए मिल जाएगा।सरकार द्वारा जारी नोटिस की अंतिम तिथि 15 फरवरी थी।
मिली जानकारी के अनुसार, पूर्व मंत्रियों में सुरेंद्र पटवा, पारसचंद्र जैन, रामपाल सिंह और पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह, नीना वर्मा ने अब तक बंगले खाली नहीं किए हैं। ये बंगले अब वर्तमान सरकार में मंत्रियों को आवंटित कर दिए गए हैं। लेकिन इन पर कब्जा अब तक पूर्व मंत्रियों का है। बताया जा रहा है कि अगर शनिवार रात तक बंगला खाली नहीं किया गया तो सरकार इन मंत्रियों को बंगलों का दस गुना किराया वसूल करेगी।
ये होगा किराया
16 फरवरी से बंगला खाली नहीं करने वाले पूर्व मंत्रियों पर दस गुना कियारा लगाया जाएगा। सरकार इनसे दस गुना किराया वसूल करेगी। बी टाइप के भवन के लिए अब 30 हजार रुपए, सी टाइप भवन के लिए 24 हजार रुपए और डी टाइप बंगले के लिए 18 हजार रुपए किराया देना होगा।