Edited By suman, Updated: 01 May, 2019 03:32 PM
बुर्के पर बैन को लेकर शिवसेना के मुखपत्र में लिखे लेख और प्रज्ञा ठाकुर की अपील प्रतिक्रियाएं आना शुरू हो गया है। अब भोपाल के शहरकाज़ी सैयद मुश्ताक अली नकवी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, बुर्का मुस्लिम महिलाओं की गरिमा का प्रतीक है। बाकी इस मसले पर...
भोपाल: बुर्के पर बैन को लेकर शिवसेना के मुखपत्र में लिखे लेख और प्रज्ञा ठाकुर की अपील प्रतिक्रियाएं आना शुरू हो गया है। अब भोपाल के शहरकाज़ी सैयद मुश्ताक अली नकवी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, बुर्का मुस्लिम महिलाओं की गरिमा का प्रतीक है। बाकी इस मसले पर मुस्लिम पर्सनल बोर्ड अपना बयान देगा।
शहरकाज़ी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि, इस मसले पर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड अपना बयान देगा। इस्लाम में औरत को एक मुकाम दिया गया है। पैगम्बर साहेब ने कहा है कि, दुनिया में ईमान के बाद अगर कोई कीमती चीज है तो वो नेक औरत है। जब नंबर एक की चीज होती है तो इसकी सुरक्षा की जाती है। हिफाजत की जाती है। उन्होंने कहा-'सूबे का गवर्नर नंबर एक आदमी होता है। जब गवर्नर निकलता है तो सुरक्षा के साथ। इस्लाम के जो नियम हैं वो नेचुरल हैं और औरत को सम्मान देने वाले हैं। उन्होंने कहा राजनीतिक बयान पर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड बोलेगा।'