Edited By meena, Updated: 05 Jun, 2021 10:28 PM
बक्सवाहा के जंगलों को काटने से बचाने के लिए छतरपुर के विभिन्न सामाजिक संगठनों से जुड़े सामाजिक कार्यकर्ताओं और आम नागरिकों ने जिम्मेदारी संभाली है इसके लिए वे सोशल मीडिया के साथ-साथ जमीनी स्तर पर भी पर्यावरण को बचाने की मुहिम चला रहे हैं साथ ही आपस...
छतरपुर(राजेश चौरसिया): बक्सवाहा के जंगलों को काटने से बचाने के लिए छतरपुर के विभिन्न सामाजिक संगठनों से जुड़े सामाजिक कार्यकर्ताओं और आम नागरिकों ने जिम्मेदारी संभाली है इसके लिए वे सोशल मीडिया के साथ-साथ जमीनी स्तर पर भी पर्यावरण को बचाने की मुहिम चला रहे हैं साथ ही आपस में संवाद और संगोष्ठी का आयोजन कर पर्यावरण जैसे संवेदनशील मुद्दे की तरफ (जिससे हम सभी का अस्तित्व है) लोगों का ध्यान आकर्षित कर रहे हैं।
इसी तारतम्य में आज 5 जून विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर प्रदेश और देश के नागरिकों से अपने घरों में रहकर ही उपवास सत्याग्रह करने का आवाहन किया है जिससे शासन प्रशासन के सामने हम सभी का एक शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन दर्ज हो, इसमें कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं एवं युवाओं के साथ गांधी विचार के लोग गांधी आश्रम में भी सुबह 9 बजे से उपवास सत्याग्रह रखे हुए थे साथ ही पैदल मार्च निकालते हुए कलेक्टर कार्यालय पहुच कर ज्ञापन के माध्यम से सरकार से निवेदन किया है कि वो इस मुद्दे की गंभीरता को समझे।
लोगों का कहना है कि इस कारोना काल ने हमें पेड़ों की उपयोगिता पुनः बतलाई है जिसे हम भूल गए थे अतः हमें इन पेड़ों को काटने से जरूर रोकना चाहिए और धरती तथा पारिस्थिति की अस्मिता की बहाली करना चाहिए अंतत वह दिन दूर नहीं जब पृथ्वी से मानव सभ्यता का अंत सुनिश्चित होगा।