Edited By Prashar, Updated: 12 Sep, 2018 02:03 PM
थाटीपुर क्षेत्र में खराब रास्ते की शिकायत को लेकर दलित पार्षद और स्वर्ण समाज के बीच विवाद हो गया। मामला इतना बढ़ गया पार्षद ने करीब 100 लोगों पर एससी-एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज करवा दिया। वहीं, एक युवक ने पार्षद पर उसकी बहन और पत्नी की मांग करने के...
ग्वालियर: थाटीपुर क्षेत्र में खराब रास्ते की शिकायत को लेकर दलित पार्षद और स्वर्ण समाज के बीच विवाद हो गया। मामला इतना बढ़ गया पार्षद ने करीब 100 लोगों पर एससी-एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज करवा दिया। वहीं, एक युवक ने पार्षद पर उसकी बहन और पत्नी की मांग करने के आरोप लगाए हैं।
दरअसल ग्वालियर के वॉर्ड नंबर-21 में सड़कें खराब हैं। खराब सड़क के चलते बीती रात नेत्रपाल भदोरिया नाम का एक बाइक सवार और उसकी बच्ची गिर गए। इसके बाद आसपास के लोग क्षेत्रिय पार्षद चतुर्भुज धनौलिया के घर शिकायत लेकर पहुंचे। देखते ही देखते मामला बढ़ गया और पार्षद ने स्थानीय लोगों पर अभद्रता का आरोप लगाते हुए एससी-एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज करवा दिया। इन में भीड़ का नेतृत्व कर रहे नेत्रपाल भदौरिया समेत 100 अन्य लोग हैं।
नेत्रपाल की मां और बहन का कहना है कि नेत्रपाल के पकड़े जाने पर वह थाने गई थी लेकिन उन्हें भगा दिया गया। पार्षद के घर पहुंची तो पार्षद ने उनके साथ अभद्रता की और नेत्रपाल की पत्नी और बहन की मांग रखी। इसकी जानकारी थाने पर तैनात एसआई इंदर सिंह राठौर को दी लेकिन, उन्होंने सबकुछ अनसुना कर वहां से रवाना कर दिया। घटना के बाद बुधवार सुबह करीब 200 से ज्यादा लोगों ने थाने को घेर लिया। इनमें आरक्षण विरोधी और सपाक्स के कार्यकर्ता भी बड़ी संख्या में मौजूद थे।
उधर पार्षद चतुर्भुज धनौलिया का कहना है कि वह ना तो गड्ढे वाले इलाके के रहने वाले हैं ना ही नेत्रपाल और उसके परिवार को जानते हैं फिर महिलाओं की डिमांड करना तो उन्हें झूठे मामले में फंसाने की कोशिश भर है।