Edited By ASHISH KUMAR, Updated: 22 Jan, 2019 05:56 PM
लोहड़ी का त्योहार यूं तो सारे देश में बड़े हर्षोंल्लास के साथ मनाया जाता है। लेकिन मध्यप्रदेश के दमोह जिले का लोहड़ी पर्व कई मायनों में अलग पहचान रखता है। यहां की पंजाबी महिलाएं जागरूक तो है ही बल्कि अपनी संस्कृति की झलक वे अपनी युवा पीढ़ी में भी...
दमोह: लोहड़ी का त्योहार यूं तो सारे देश में बड़े हर्षोंल्लास के साथ मनाया जाता है। लेकिन मध्यप्रदेश के दमोह जिले का लोहड़ी पर्व कई मायनों में अलग पहचान रखता है। यहां की पंजाबी महिलाएं जागरूक तो है ही बल्कि अपनी संस्कृति की झलक वे अपनी युवा पीढ़ी में भी देखती है। इस बार भी यह पर्व लोगों के दिलों में खुशियां लेकर आया। सभी ने जमकर डांस किया। जश्न में सम्मलित होने आई महिलाओं ने लोहड़ी गीत गाकर अपने परिवारों के लिए दुआए भी मांगी।
पंजाबी संस्कृति में रचे बसे प्रोग्राम "लोहड़ी " को दमोह जिले की जागरूक पंजाबी विकास समिति की महिला सदस्यों ने आयोजित किया। सबसे पहले खुले आसमान के नीचे आग जलाई गई। उसके बाद नाच और गाने का आयोजन किया गया जो सारी रात चलता रहा। जिसमें हर उम्र के लोगों ने हिस्सा लिया और सारे परिवार एक साथ शामिल हुए। लोहड़ी कार्यक्रम में शामिल महिलाओं का मानना है कि ये हमारी संस्कृति का एक हिस्सा है। जब किसी के घर बच्चा पैदा हो या किसी का विवाह हो तो उस घर मे पहली लोहड़ी मनाने की परंपरा है। उसी परंपरा का निर्वहन पंजाबी समाज करता चला आ रहा है। जिसमें कुछ कपल्स ने शादी की सालगिरह का केक काटकर एक दूसरे को मुबारकबाद दी और अपने हमसफर जीवन साथी को वर माला भी पहनाई और मुंह मीठा करवाया।