Edited By meena, Updated: 24 Jun, 2019 04:37 PM
कारगिल युद्ध में मिली ऐतिहासिक जीत के बीस साल पूरा होने के उपलक्ष्य में भारतीय वायुसेना जश्न मना रही है। ग्वालियर के महाराजपुरा एयरबेस पर ''ऑपरेशन विजय'' का बड़े ही अनूठे अंदाज में जश्न मनाया गया। करगिल युद्ध के दौरान जिस तरह टाइगर हिल पर भारतीय...
ग्वालियर: कारगिल युद्ध में मिली ऐतिहासिक जीत के बीस साल पूरा होने के उपलक्ष्य में भारतीय वायुसेना जश्न मना रही है। ग्वालियर के महाराजपुरा एयरबेस पर 'ऑपरेशन विजय' का बड़े ही अनूठे अंदाज में जश्न मनाया गया। करगिल युद्ध के दौरान जिस तरह टाइगर हिल पर भारतीय सेना को जीत मिली थी।
उसे याद करने के लिए एयरबेस पर वैसी ही एक डमी चोटी बनाई गई और युद्ध के दौरान इस्तेमाल हुए लड़ाकू विमानों के जरिए एक बार फिर इस दुर्गम चोटी पर भारतीय सैनिकों ने चढ़ाई की और फिर तिरंगा फहराया। इस दौरान एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ भी मौजूद रहे। विजय दिवस के मौके पर मिग, मिराज और सुखोई फायटर जेट्स ने यहां अपना कौशल भी दिखाया।
20 साल पहले करगिल युद्ध में मिराज अपना इतिहास लिख चुका है। करगिल युद्ध के समय मिराज ने ग्वालियर से उड़ान भरकर तीस हजार फीट की उंचाई से टाइगर हिल पर कब्जा जमाए दुश्मनों पर हमला किया था, जिसमें लेजर गाइडेड बम का इस्तेमाल किया गया था। एयर शो में इसी हमले का सीन फिर से क्रिएट किया गया।
बता दें कि, महाराजपुरा एयरफोर्स स्टेशन देश का एकमात्र ऐसा एयरबेस है, जहां फाइटर प्लेन में हवा में ईंधन भरा जा सकता है, यानी अगर युद्ध के दौरान उड़ान के वक्त किसी फाइटर प्लेन को ईंधन की जरूरत पड़ी तो इस एयरबेस पर तुरंत दूसरा जेट प्लेन हवा में जाकर ही उसे रिफ्यूल कर सकता है।