Edited By suman, Updated: 08 Oct, 2018 05:05 PM
मध्य प्रदेश में आचार संहिता लागू होने से ठीक पहले किए जा रहे सरकारी कार्यों को लेकर राजनीति तेज हो गई है। कांग्रेस अब चुनाव आयोग से इसकी शिकायत करने की तैयारी कर रही है, कि जो काम सरकार ने आखिरी वक्त में किए हैं उनकी जांच होनी चाहिए। शिकायत के...
भोपाल : मध्य प्रदेश में आचार संहिता लागू होने से ठीक पहले किए जा रहे सरकारी कार्यों को लेकर राजनीति तेज हो गई है। कांग्रेस अब चुनाव आयोग से इसकी शिकायत करने की तैयारी कर रही है, कि जो काम सरकार ने आखिरी वक्त में किए हैं उनकी जांच होनी चाहिए। शिकायत के अनुसार एमपी सरकार ने आचार संहिता लगने से ठीक पहले एक हफ्ते में 3 हजार करोड़ से ज्यादा के टेंडर जारी कर दिए।कांग्रेस का आरोप है कि कुछ टेंडर बैक डेट में जारी किए गए हैं, हालांकि भाजपा ने इसे जनता की सेवा करार दिया है।
मध्य प्रदेश में चुनाव का ऐलान हो चुका है।ऐलान होने से ठीक पहले नेताओं ने आनन-फानन में आधे-अधूरे कामों का भूमिपूजन और शिलान्यास कर डाला।हालांकि भाजपा की तरफ से यह तर्क दिया जा रहा है कि यह जनता कि सेवा के लिए किया जा रहा है, लेकिन कांग्रेस हमलावर मूड में हैं। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि बीजेपी सरकार ने चुनाव के ऐलान से पहले 3 हजार करोड़ से ज्यादा के टेंडर आनन-फानन में जारी किए हैं, जिसमें से कुछ आचार संहिता लागू होने के बाद बैक डेट में जारी किए गए हैं।