Edited By Prashar, Updated: 10 Aug, 2018 07:06 PM
भाजपा सांसद चिंतामणि मालवीय ने आरक्षण के मुद्दे पर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरु भी आरक्षण विरोधी थे, क्योंकि उन्होंने एससी-एसटी के साथ ओबीसी आरक्षण का भी विरोध किया था। जबकि देश में ओबीसी नेशनल कमीशन...
उज्जैन : भाजपा सांसद चिंतामणि मालवीय ने आरक्षण के मुद्दे पर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरु भी आरक्षण विरोधी थे, क्योंकि उन्होंने एससी-एसटी के साथ ओबीसी आरक्षण का भी विरोध किया था। जबकि देश में ओबीसी नेशनल कमीशन को पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी ने लागू करने की शुरुआत की थी, जिसे अब मोदी सरकार ने भी लागू किया है।
सांसद मालवीय ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा ओबीसी बिल लागू करना एक बड़ा और ऐताहासिक फैसला है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस बिल के विरोध में थी जिसके चलते राज्यसभा में उसने इसे गिरवा दिया था। उन्होंने कहा कि इस बिल के लागू होने के बाद अब देश के ओबीसी वर्ग को इस बिल का लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि पूर्व में ओबीसी कमीशन को संवैधानिक अधिकार प्राप्त नहीं थे, लेकिन इस बिल के पास होने के बाद यह अधिकार भी प्राप्त हो जायेंगे।
वहीं, आर्थिक आधार पर आरक्षण के मुद्दे को लेकर सांसद मालवीय ने कहा कि मोदी सरकार का अभी इस विषय पर कोई स्पष्ट मत नहीं है। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं से सामान्य और गरीब वर्ग के लोग सभी लाभान्वित हो रहे हैं। ऐसे में यह कहना उचित नहीं होगा कि सरकार की योजनाओं का लाभ सिर्फ एससी-एसटी या ओबीसी वर्ग को ही मिल रहा है।
भाजपा सांसद ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा प्रिवेंशन ऑफ करप्शन बिल और जीएसटी काउंसिल की सिफारिशों को भी लागू किया गया है जबकि पैसा लेकर विदेश भागने वालो के विरुद्ध कड़ा कानून बनाने संबंधी आवश्यक प्रस्ताव भी इस बार सदन में पास किये जा चुके हैं जो कि देश की प्रगति में मोदी सरकार का एक साहसिक और सकारात्मक कदम साबित होगा।