Edited By Vikas kumar, Updated: 26 Jan, 2019 10:12 AM
किसानों की कर्जमाफी के दौरान आ रही दिक्कतों के बाद सरकार सख्त हो गई है। जय किसान फसल ऋण माफी योजना के तहत प्रदेश में कर्जमाफी प्रकरणों में दोषी पाए जाने वाले व्यक्तियों...
सागर: किसानों की कर्जमाफी के दौरान आ रही दिक्कतों के बाद सरकार सख्त हो गई है। जय किसान फसल ऋण माफी योजना के तहत प्रदेश में कर्जमाफी प्रकरणों में दोषी पाए जाने वाले व्यक्तियों पर वैधानिक कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में सागर और कटनी में दो प्रबंधकों पर एफआईआर की गई है।
गौरतलब है कि दावोस से लौटने के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने किसानों को भरोसा दिलाया था कि, किसानों के नाम पर फर्जी प्रकरण बनाकर फसल ऋण राशि दर्ज करने वाले दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी। जिसके बाद इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया।
बता दें कि कटनी जिले में जरवाही समिति प्रबंधक लक्ष्मीकांत दुबे के विरुद्ध फर्जी ऋण प्रकरण में माधव नगर थाने में सहकारी निरीक्षक गीतेश मेहरा द्वारा आईपीसी की धारा 420, 409, 201 तथा 120 के तहत एफआईआर दर्ज करायी गई है। वही इसके अलावा सागर में जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक की गौरझामर शाखा से संबंधित प्राथमिक कृषि साख सहकारी सोसायटी में फर्जी ऋण प्रकरण पाये जाने पर सोसायटी प्रबंधक, शाखा प्रबंधक तथा सोसायटी अध्यक्ष को दोषी करार दिया गया है। इन दोषी व्यक्तियों के विरुद्ध आईपीसी-1860 की धाराओं के अंतर्गत प्राथमिकी दर्ज करवाई गई है। यहां एक मृत किसान मुकुंदी आदिवासी के नाम पर ही लोन निकाल लिया गया था। मुकुंदी सरदई गांव का निवासी था। 23 जनवरी को सागर में हार्ट अटैक से उनकी मौत हो गई थी।