Edited By Vikas kumar, Updated: 11 Jul, 2019 10:42 AM
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अधिकार कार्यक्रम में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कलेक्टरों को संबोधित किया। इस बीच उन्होंने जन समस्याओं को लेकर कलेक्टरों को फरमान जारी करते हुए कहा है कि...
भोपाल: मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अधिकार कार्यक्रम में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कलेक्टरों को संबोधित किया। इस बीच उन्होंने जन समस्याओं को लेकर कलेक्टरों को फरमान जारी करते हुए कहा है कि किसी भी समस्या की शिकायत आने का इंतजार नहीं करें यदि आपको समस्या पता है तो तुरंत ही उसका निराकरण करें। जनहित में जो अधिकारी व कर्मचारी लापरवाही करते हैं, उनके खिलाफ ऐसी कार्रवाई करें कि उसे देखकर दूसरे खुद ही सुधर जाएं। यही नहीं सीएम ने कहा कि इस कार्रवाई का जनहित में प्रचार भी करें। जिससे लोगों कलेक्टर के ऐसे कामों के बारे में पता चल सके। कमलनाथ ने कहा कि शिकायतों और समस्याओं का समाधान शत-प्रतिशत होना चाहिए।
इस बीच मुख्यमंत्री ने 10 जिलों से आए 12 पीड़ितों की समस्याओं का तुरंत ही समाधान किया। कमलनाथ ने शिकायतकर्ताओं से सीधे पूछा कि शिकायत दर्ज कराने से लेकर समाधान मिलने तक कुल कितना समय लगा। मुख्यमंत्री के इस सवाल के बाद पीडि़तों ने प्रशासन की खामियां उजागर की। जिसके बाद सीएम ने कहा कि शिकायत समय पर समाधान न करने वालों की जिम्मेदारी तय हो और उन पर की जाने वाली कार्यवाई की बुकलेट बनाई जाए ताकि लोगों को अपने दायित्व के बारे में पता हो सके। आपको बता दें कि प्रदेश सरकार ने हाल ही में 'आपकी सरकार आपके द्वार' नाम के कार्यक्रम की शुरुआत की है। जिसके तहत कलेक्टरों को महीने में दो दिन तक गांवों में जाकर सुनवाई करनी होगी और सुनवाई के बाद सारी रिपोर्ट सरकार को भेजनी पड़ेगी।