Edited By meena, Updated: 06 Jun, 2019 02:19 PM
प्रदेश में बिजली की अघोषित कटौती को लेकर घमासान जारी है। जहां पूर्व शिवराज सरकार कमलनाथ सरकार को घेरने में लगी हुई है, वहीं सीएम कमलनाथ सारे आरोपों को सिरे से नकारने में लगे हुए हैं। बीजेपी के आरोपों से लोगों में भी सरकार के प्रति आक्रोश पनपने लगा...
भोपाल: प्रदेश में बिजली की अघोषित कटौती को लेकर घमासान जारी है। जहां पूर्व शिवराज सरकार कमलनाथ सरकार को घेरने में लगी हुई है, वहीं सीएम कमलनाथ सारे आरोपों को सिरे से नकारने में लगे हुए हैं। बीजेपी के आरोपों से लोगों में भी सरकार के प्रति आक्रोश पनपने लगा है और सरकार की जमकर किरकिरी हो रही है। जिसके चलते सीएम कमलनाथ ने अखबारों में एक विज्ञापन जारी कर लोगों को अफवाहों से सावधान रहने की अपील की। साथ ही प्रदेश में चल रहे बिजली संकट के लिए पिछली बीजेपी सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।
कमलनाथ सरकार ने विज्ञापन के माध्यम से बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा है कि अभी पिछले कुछ दिनों से सामने आई बिजली की समस्या के पीछे बिजली की कमी कारण नहीं है, अपितु सालों से व्यवस्था में सुधार नहीं करना और उपभोक्ताओं तक सतत पूर्ति में मानव जनित बाधाएं उत्पन्न करना है। तात्कालिक रूप से पैदा की गई समस्या का निदान आने वाले दिनों में शीघ्र हो जाएगा जबकि व्यवस्थागत समस्याओं के समाधान में थोड़ा वक्त लगेगा।
इस विज्ञापन में प्रदेश की जनता को बिजली की समस्या से निपटने का भरोसा जताते हुए कहा कि प्रदेश में बिजली की कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि शिवराज सरकार के दौरान लाइन की मेंटेनेंस ना होने के कारण बार-बार बत्ती गुल हो रही है। सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों से सावधान रहें। मुझ पर विश्वास रखें, मैं जो बोलता हूं उसे पूरा करता हूं... मैं और मेरी सरकार पूरे 5 साल आपकी सेवा में तत्पर है।