Edited By meena, Updated: 27 May, 2020 01:22 PM
मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार कोरोना की मार सह रहे प्रवासी मजदूरों को रोजगार देने जा रही है। इसकी जानकारी सीएम शिवराज सिंह ने देते हुए कहा कि इस मामले में मध्य प्रदेश देश का पहला राज्य है जो प्रदेश के प्रवासी कुशल मजदूरों को कोरोना संकट...
भोपाल(इजहार हसन खान): मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार कोरोना की मार सह रहे प्रवासी मजदूरों को रोजगार देने जा रही है। इसकी जानकारी सीएम शिवराज सिंह ने देते हुए कहा कि इस मामले में मध्य प्रदेश देश का पहला राज्य है जो प्रदेश के प्रवासी कुशल मजदूरों को कोरोना संकट काल के दौरान रोजगार देने का कार्य योजनाबद्ध तरीके से कर रहा है। इसके लिए आज से मजदूरों की सूची तैयार की जा रही है।
सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश रोजगार सेतू बना कर कुशल प्रवासी मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराएगा। कोरोना संकट के दौरान बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर मध्यप्रदेश वापस लौटे है। यह सभी श्रमिक हमारे अपने हैं और इन्हें रोजगार देना मध्य प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है। रोजगार सेतु के माध्यम से सभी प्रवासी कुशल श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। रोजगार सेतु के अंतर्गत कुशल मज़दूरों को रोजगार प्रदान करने के लिए 27 मई से उनके कौशल का आंकलन करने हेतू सूची बनाई जाएगी। कुशल मजदूरों की कौशल सूची बनने के उपरांत उद्यमियों एवं अधोसंरचना कार्य करने वाले ठेकेदारों से रोजगार प्रदान करने के लिए सरकार कार्य करेगी।
कारखानों के मालिक व अधोसंरचना विकास करने वाले लोगों और मजदूरों के बीच रोजगार सेतु एक प्लेटफार्म तैयार करेगा। श्रमिकों और उद्यमियों के बीच मध्यप्रदेश सरकार एक सेतू के रूप में कार्य करेगी, जिससे दोनों को सुविधा प्राप्त हो सके। मध्यप्रदेश शासन ने वापस लौटे मजदूरों के लिए निःशुल्क राशन देने के साथ ही संबल योजना से जोड़ा है। 23 लाख से ज्यादा अकुशल श्रमिकों को श्रम सिद्धि योजना के द्वारा मनरेगा अंतर्गत रोजगार दिया गया है।