Edited By ASHISH KUMAR, Updated: 13 Mar, 2019 08:59 AM
मध्यप्रदेश में भ्रष्टाचार चरम पर है। सरकार से मोटी तनख्वाह लेने वाले उच्च अधिकारी अपने काम के प्रति ईमानदार न होकर लाखों का घोटाला कर रहे हैं। ऐसा ही मामला निवाड़ी नगर पंचायत के सीएमओ का सामने आया जहां वे एक लॉज में सरकारी फाइलें निपटाते पकड़े...
टीकमगढ़: मध्यप्रदेश में भ्रष्टाचार चरम पर है। सरकार से मोटी तनख्वाह लेने वाले उच्च अधिकारी अपने काम के प्रति ईमानदार न होकर लाखों का घोटाला कर रहे हैं। ऐसा ही मामला निवाड़ी नगर पंचायत के सीएमओ का सामने आया जहां वे एक लॉज में सरकारी फाइलें निपटाते पकड़े गए। जिसका पर्दाफाश कलेक्टर अक्षय कुमार के आदेश पर तहसीलदार राजेश बोरासी ने छापामार कार्रवाई करके किया। तहसीलदार ने छापा मार कार्रवाई करते हुए 38 फाइलें जब्त की है।
जानकारी के अनुसार, नगर पंचायत सीएमओ केके पटेरिया के तबादले के बाद वे स्टाफ के साथ मिलकर जरूरी फाइलों पर हस्ताक्षर रह रहे थे। निवाड़ी नगर पंचायत सीएमओ केके पटेरिया का तबादला होने के बाद जिला कलेक्टर के आदेश से कार्यालय पर छापा मारा गया। छापे के दौरान उन्होंने सीएमओ केके पटेरिया को बैक डेट में फाइलों को निपटाते हुए रंगे हाथों पकड़ा है। उनके साथ एकाउंटेंट बहादुर अहिरवार, स्टोरकीपर महेश नापित एवं नातेदार सहायक उपनिरीक्षक बालचंद कोरी सरकारी फाइलें, बिल वाउचर व नगर परिषद की नियुक्तियों संबंधी कार्य निपटा रहे थे। जिसके बाद कलेक्टर ने पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं।