Edited By ASHISH KUMAR, Updated: 25 Mar, 2019 11:17 AM
सरकारी स्कूलों में ड्रेस घोटाले में तत्कालीन कलेक्टर व अन्य अधिकारियों के उपर खतरा मंडराने लगा है। शिवपुरी की तत्कालीन कलेक्टर एवं अन्य अफसरों के खिलाफ शिकायत दर्ज कर ली है। इनके खिलाफ सरकारी स्कूलों में घटिया गुणवता की ड्रेस वितरित करने एवं ड्रेस...
भोपाल: सरकारी स्कूलों में ड्रेस घोटाले में तत्कालीन कलेक्टर व अन्य अधिकारियों के उपर खतरा मंडराने लगा है। शिवपुरी की तत्कालीन कलेक्टर एवं अन्य अफसरों के खिलाफ शिकायत दर्ज कर ली है। इनके खिलाफ सरकारी स्कूलों में घटिया गुणवता की ड्रेस वितरित करने एवं ड्रेस के नाम पर फर्जीवाड़ा करने के मामले में राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो ने मामले की जांच के लिए ग्वालियर ईओडब्ल्यू एसपी को शिकायत भेज दी है।
यह है पूरा मामला
साल 2018 में सितंबर माह में शिवपुरी जिले के सरकारी प्राथमिक व माध्यमिक स्कूलों में पढ़ने वाले करीब 2 लाख 40 हजार स्कूली बच्चों को ग्रामीण आजीविका मिशन के माध्यम से 600 रुपए में प्रत्येक बच्चे को स्कूल यूनिफार्म उपलब्ध कराने के लिए 14 करोड 40 लाख रुपए का बजट दिया गया था। लेकिन उस समय तत्कालीन डीपीसी शिरोमणी दुबे द्वारा घटिया स्तर की गणवेश तैयार कराए जाने का मामला सामने लाए थे। जो प्रदेश भर में चर्चा का विषय रहा था। एडवोकेट राजीव शर्मा की शिकायत पर आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो ने तत्कालीन कलेक्टर शिल्पा गुप्ता जो एसआरएलएम की मिशन संचालक थीं व एसआरएलएम के जिला प्रबंधक अरबिंद भार्गव व अन्य के विरुद्ध शिकायत दर्ज कर ली है। हालांकि शिवपुरी में ड्रेस घोटाले का मामला तत्कालीन कलेक्टर शिल्पा गुप्ता से पहले का है। क्योंकि विभागीय अधिकारियों की लापरवाही की वजह से ड्रेस मामले में स्थानीय स्तर पर जांच की गई थी।