Edited By meena, Updated: 08 Aug, 2022 06:49 PM
धरती के भगवान कहे जाने वाले डॉक्टर ने एक बार फिर एक सोच से ऊपर उठकर काम किया और उसे मालिक ने कबूल किया और मरीज मरीज पूरी तरह स्वस्थ है। मीडिया से बात करते हुए मरीज ने अपनी परेशानी से निजात मिलना बताया। इंदौर के अपोलो हॉस्पिटल में इंपैला तकनीक के...
इंदौर(सचिन बहरानी): धरती के भगवान कहे जाने वाले डॉक्टर ने एक बार फिर एक सोच से ऊपर उठकर काम किया और उसे मालिक ने कबूल किया और मरीज मरीज पूरी तरह स्वस्थ है। मीडिया से बात करते हुए मरीज ने अपनी परेशानी से निजात मिलना बताया। इंदौर के अपोलो हॉस्पिटल में इंपैला तकनीक के माध्यम से जटिल सर्जरी की गई जोकि मध्य भारत के पहली सफल सर्जरी हुई है।
दरअसल, शुजालपुर के रहने वाले 50 वर्षीय अर्जुन यादव को मधुमेह है कि शिकायत थी उन्हें कई बार दिल का दौरा पड़ चुका था। हाल ही में उन्हें बैठने उठने और चलने में कई तकलीफ हो रही थी और उनके हृदय में दर्द हो रहा था। यह शिकायत लेकर वह अपोलो हॉस्पिटल में सीनियर इंटरवेशन कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर सरिता राव और डॉक्टर के रोशन राव से अपोलो हॉस्पिटल में मिले। जहां पर डॉक्टर ने उन्हें इंपैला तकनीक के माध्यम से सर्जरी का एक रास्ता बताया क्योंकि इसके पहले डॉक्टर ने जो उनके टेस्ट कराएं उसमें उनकी हार्ट पंपिंग केवल 5% रह गई थी और ऐसे में उनकी सर्जरी कर पाना भी नामुमकिन थी। इसके अलावा उनके पास और कोई रास्ता नहीं था यदि ज्यादा समय और रोका जाता तो घातक परिणाम हो सकते थे डॉक्टर ने सारे आवश्यक जांच करने के बाद लेफ्ट वेंट्रिकुलर असिस्ट डिवाइस नामक एक मैकेनिक दिल जिसे इंपैला भी कहा जाता है।
इसके माध्यम से एक सफल सर्जरी करने में सफलता हासिल की। इस तकनीक के माध्यम से सर्जरी के दौरान भी पूरे शरीर में रक्त की आवश्यकता को पूरा करने के लिए इम्पेला हार्ट को पंपिंग कराते हुए। पूरे शरीर में आवश्यकता अनुसार रक्त का प्रवाह करता है और 5% हार्ट पंपिंग के बावजूद भी डॉक्टर्स राय की टीम ने इस सफल सर्जरी को अंजाम दिया है । सीनियर इंटरवेशन कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर सरिता राव के मुताबिक पेशेंट अर्जुन यादव जिस स्थिति में आए थे उनकी हालत काफी टिपिकल थी लेकिन वे सही समय पर आए इम्पेला एक नई तकनीक है। एक टेम्परेरी आर्टिफिशियल हार्ट जिसके माध्यम से यह सफल सर्जरी की गई है। पेशेंट अब बील्कुल ठीक है और डिस्चार्ज हो चुके है। पेशेंट अर्जुन यादव ने बताया कि वे किसान है। उन्होंने जब अपनी समस्या डॉक्टर सरिता राय और डॉक्टर रोशन राव को बताई तो उन्होंने उन्हें निश्चिंत होकर इस सर्जरी को करवाने के लिए कहा और डॉक्टर द्वारा बताए गए सारे इंस्ट्रक्शन उन्हें फॉलो किए और अब वह पूरी तरीके से स्वस्थ हैं।