Edited By suman, Updated: 15 Mar, 2019 03:29 PM
लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने प्रदेश में ओबीसी कार्ड खेला है। ओबीसी वर्ग को साधने कांग्रेस ने प्रतिशत आरक्षण लागू कर दिया है। अब तक ओबीसी को 14 प्रतिशत आऱक्षण मिलता आया है। कांग्रेस जहां इस मुद्दे को जनता के बीच भुनाने में लगी हुई है। वहीं बीजेपी...
भोपाल: लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने प्रदेश में ओबीसी कार्ड खेला है। ओबीसी वर्ग को साधने कांग्रेस ने प्रतिशत आरक्षण लागू कर दिया है। अब तक ओबीसी को 14 प्रतिशत आऱक्षण मिलता आया है। कांग्रेस जहां इस मुद्दे को जनता के बीच भुनाने में लगी हुई है। वहीं बीजेपी द्वारा इसको लेकर बार बार सवाल उठाए जा रहे हैं। बीजेपी के हमलों का जवाब देने कांग्रेस के बड़े नेताओं द्वारा पीसीसी कार्यालय में ओबीसी आरक्षण को लेकर प्रेसवार्ता की गई और भाजपा पर जमकर हमला बोला। कांग्रेस ने बीजेपी नेताओं पर ओबीसी वर्ग का लाभ लेने का आरोप लगाया साथ ही ओबीसी बीजेपी नेताओं को संकीर्ण मानसिकता का बताया।
खेल मंत्री ने बीजेपी पर साधा निशाना
कमलनाथ सरकार में खेल मंत्री जीतू पटवारी ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि 'समृद्ध एमपी के लिए सबको साथ लेकर चलना होगा। किसी एक वर्ग को छोड़कर हम आगे नहीं बढ़ सकते है। बीजेपी ने अपनी दुर्भावना का प्रदर्शन किया है। उमा भारती, बाबूलाल गौर और शिवराज सिंह ने सीएम बनने के लिए डायरेक्ट या इन डायरेक्ट रूप से ओबीसी वर्ग का उपयोग किया। लेकिन ओबीसी वर्ग के लिए कुछ नहीं किया। जिसकी मैं निंदा करता हूं। हम सब एक तारीख़ तय करके ओबीसी वर्ग का उसका हक दिलाने के लिए कमलनाथ का सम्मान करेंगे।'
शोभा ओझा ने लगाई आरोपों की झड़ी
वहीं मीडिया विभाग की अध्यक्ष शोभा ओझा ने बीजेपी के ओबीसी वर्ग के नेताओं पर आरोप लगाया। ओझा ने कहा कि 'बीजेपी के ओबीसी वर्ग के नेता संकीर्ण मानसिकता के है। एक भी बीजेपी नेता ने कांग्रेस के इस कदम का समर्थन कर अपनी सोच प्रदर्शित की है। कमलनाथ जो कहते है वो करते हैं। इससे पहले तीन भाजपा तीन मुख्यमंत्री उमा भारती , बाबूलाल ग़ौर और शिवराज सिंह चौहान रहे है, लेकिन किसी ने भी इस फ़ैसले का स्वागत नहीं किया। ओबीसी आरक्षण के इस कदम से ओबीसी वर्ग को लोगों को बेहतर आर्थिक मजबूती मिलेगी। राजनीतिक प्रतिनिधित्व का भी लाभ मिलेगा।'