Edited By suman, Updated: 26 Nov, 2018 04:32 PM
प्रदेश कांग्रेस का वचन पत्र आने के बाद पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ द्वारा आए दिन की जा रही घोषणाओंं से BJP परेशान हैं। कमलनाथ की घोषणाएं ऐसी हैं जिन्हें पूरा करने में सरकार को भारी भरकम बजट खर्च करना पड़ेगा। यदि कांग्रेस की सरकार बनती भी है तब ये घोषणाएं...
भोपाल: प्रदेश कांग्रेस का वचन पत्र आने के बाद पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ द्वारा आए दिन की जा रही घोषणाओंं से BJP परेशान हैं। कमलनाथ की घोषणाएं ऐसी हैं जिन्हें पूरा करने में सरकार को भारी-भरकम बजट खर्च करना पड़ेगा। यदि कांग्रेस की सरकार बनती भी है तब ये घोषणाएं कैसे पूरी होंगी। यह चर्चा का विषय बना हुआ है।
कमलनाथ ने पिछले 3 दिनों के भीतर अलग-अलग लोक लुभावनी घोषणाएं की है। पहली घोषणाएं उन्होंने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को नियमित करने के लिए की थी। दूसरे दिन उन्होंने पुलिस को लेकर बड़ी घोषणा की। जिसके तहत उन्होंने ऐलान किया था कि पुलिस को सप्ताहिक अवकाश दिया जाएगा। पुलिस की भर्ती की जाएगी और 40 हजार से ज्यादा आवास बनाए जाएंगे।
कमलनाथ की इस घोषणा से पुलिस महकमे में उत्साह है। कांग्रेस ने इस घोषणा के जरिए पुलिस के 1 लाख से ज्यादा परिवारों को साधने की कोशिश की है। इसके बाद उन्होंने अगली घोषणा अस्पतालों को लेकर की थी। उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में विशेष सुविधाएं होंगी। निजी अस्पतालों की मनमानी पर अंकुश लगाया जाएगा।
इसी क्रम में कमलनाथ ने पेंशन 300 रुपए से बढ़ाकर 1000 रुपए महीना करने, सेवा सहकारी समितियों एवं राष्ट्रीय कृत बैंकों के किसान क्रेडिट कार्डधारी किसानों का दो लाख तक का कर्जा माफ करने की घोषणा की। इसके साथ ही पटवारी, पंचायत सचिव, रोजगार सहायक अतिथि शिक्षक एवं समस्त संविदा कर्मचारियों को नियमित करने, जिन संविदा कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया गया है, उन्हे पुन: नौकरी में वापस रखने की घोषणा की है। इन घोषणाओं से BJP बेहद परेशान है। BJP इस पड़ताल में जुट गई कि कमलनाथ की घोषणाएं पार्टी के घोषणा पत्र में शामिल हैं या नहीं।