Edited By Vikas kumar, Updated: 30 Jan, 2019 11:06 AM
मंगलवार को कांग्रेस नेता रीवा में एक कार्यक्रम के दौरान एक मंच में ही आपस में भिड़ गए। हालात इस कदर हो गए कि स्थिति धक्कामुक्की तक पहुंच गई। लोकसभा प्रभारी सविता दीवान ने माइक.
रीवा: मंगलवार को कांग्रेस नेता रीवा में एक कार्यक्रम के दौरान एक मंच में ही आपस में भिड़ गए। हालात इस कदर हो गए कि स्थिति धक्कामुक्की तक पहुंच गई। लोकसभा प्रभारी सविता दीवान ने माइक लेकर सभी लोगों को समझाने का प्रयास किया लेकिन किसी ने उनकी एक न सुनी। दस मिनट तक मंच पर अफरा-तफरी मची रही। इसके बाद कार्यकर्ताओं ने एक दूसरे के खिलाफ हूटिंग शुरू कर दी। इसी बीच मंच पर प्रभारी मंत्री लखन घनघोरिया पहुंच गए और उन्होंने मामले को ठंडा करवाया।
दरअसल विधानसभा चुनाव में जिले की सभी सीटों पर हार के बाद कार्यकर्ताओं को लोकसभा चुनाव जीतने की टिप्स देने के लिए रीवा में कार्यक्रम रखा गया था। इस बीच मंच पर सबसे पहले बैठने को लेकर विवाद हुआ और जब यह मामला कुछ शांत हुआ तो भाषण देने को लेकर हंगामा शुरू हो गया। कई वरिष्ठ नेताओं ने कहा, पुराने गिले-शिकवे भुलाकर नए सिरे से काम करने की जरूरत है तो किसी ने कहा कि भितरघात करने वालों पर कार्रवाई हो। इसी बीच लोकसभा प्रभारी सविता दीवान ने कहा, अब मंत्री के आने का समय है, इसलिए पूर्व प्रत्याशी बोलेंगे।
वहीं जब जिला पंचायत अध्यक्ष अभय मिश्रा पहुंचे तो रज्जी जॉन बोल पड़े की पहले उन्हें बोलने का अवसर दिया जाए, मिश्रा कुछ नहीं बोले और अपने स्थान पर वापस जाकर बैठ गए। लेकिन रज्जी ने माइक लेकर कहा कि नेता आरोप लगाते हैं कि कार्यकर्ताओं ने काम नहीं किया लेकिन यहां उनकी बातें नहीं सुनी जा रही। मैं महामंत्री हूं, मेरा भाषण में नाम नहीं है। यहां कुछ लोगों ने संगठन को गिरवी रख लिया है। इसके बाद बृजभूषण शुक्ला, प्रदीप सोहगौरा, सुबोध पाण्डेय, गिरीश सिंह सहित कई नेता मंच पर पहुंचे और वह भी आरोप लगाने लगे कि उनकी उपेक्षा की जा रही है। बता दें कि मामले को बढ़ता देख प्रभारी मंत्री लखन घरघोरिया मौके पर पहुंचे और मामले को शांत करवाया।