Edited By Vikas Tiwari, Updated: 18 Apr, 2021 07:50 PM
चुनाव के एन वक्त बाद आखिरकार दमोह में प्रशासन को जनता की याद आ गई है। अब जनता को कोरोना वायरस से बचाने के लिए दमोह में कोरोना कर्फ्यू लगा दिया गया है। जिसकी जानकारी कलेक्टर तरुण राठी ने दी। कलेक्टर ने कहा है कि 19 अप्रैल की रात 10 बजे से 26 अप्रैल...
दमोह: चुनाव के एन वक्त बाद आखिरकार दमोह में प्रशासन को जनता की याद आ गई है। अब जनता को कोरोना वायरस से बचाने के लिए दमोह में कोरोना कर्फ्यू लगा दिया गया है। जिसकी जानकारी कलेक्टर तरुण राठी ने दी। कलेक्टर ने कहा है कि 19 अप्रैल की रात 10 बजे से 26 अप्रैल तक दमोह में कोरोना कर्फ्यू लागू रहेगा।
कलेक्टर के अनुसार 18 अप्रैल को CMHO के प्रतिवेदन पर जिले में कोरोना कर्फ्यू लगा जा रहा है। लेकिन अब सवाल उठ रहा है कि जब तक नेताओं की रैलियां और रोड शो हो रहे थे तब तक CMHO को जिले में संक्रमण क्यों नहीं दिखा। दमोह में चुनाव के दौरान चाहें सीएम शिवराज हों या कमलनाथ, सभी वरिष्ठ नेताओं ने धुआंधार रैलियां की। इस बीच हर रैलियों में जबरदस्त भीड़ देखी गई, जिसके चलते आज हालात ये हो गए हैं कि जिले से प्रतिदिन 100 के आसपास कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आ रहे हैं। ऐसे में बड़ा सवाल ये भी उठता है कि सरकार के लिए क्या चुनाव ही महत्वपूर्ण है, जनता नहीं?