Edited By Vikas Tiwari, Updated: 10 May, 2021 03:20 PM
मध्यप्रदेश के रतलाम में स्वास्थ्य व्यवस्था का आलम यह है कि मेडिकल कॉलेज के कोविड केयर सेंटर के गेट के बाहर मरीजों को लान में ही पलंट पर लेटना पड़ रहा है। ये मरीज यहां इलाज कराने के लिए आए हैं लेकिन यहां उन्हें अच्छे से इलाज तो छोड़ दीजिए, बेड भी...
रतलाम (समीर खान): मध्यप्रदेश के रतलाम में स्वास्थ्य व्यवस्था का आलम यह है कि मेडिकल कॉलेज के कोविड केयर सेंटर के गेट के बाहर मरीजों को लान में ही पलंट पर लेटना पड़ रहा है। ये मरीज यहां इलाज कराने के लिए आए हैं लेकिन यहां उन्हें अच्छे से इलाज तो छोड़ दीजिए, बेड भी नसीब नहीं हो रहा है। जिसके चलते अस्पताल के लॉन में ही ऑक्सीजन सिलेंडर लगाकर ऑक्सीजन दी जा रही है।
यह व्यवस्था मेडिकल कालेज प्रबंधन ने मरीजों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए की है। अस्पताल में बेड फुल हैं जिसके चलते मरीजों को लॉन में ही भर्ती करना पड़ रहा है। लेकिन मेडिकल कालेज की इस व्यवस्था से कोविड केयर सेंटर में भर्ती मरीजों के आने वाले परिजनों के लिए खतरा हो सकता है। क्योंकी पलंग पर लेटे यह सस्पेक्टेड कोरोना मरीजों को खुले में रखना मतलब की कोरोना का संक्रमण फैलाना है। अगर यहां आने वाले परिजन इन पलंग से टच होते है औऱ या मरीज खांसता है तो कोरोना का संक्रमण फैलने की पूरी संभावना बन पड़ती है। जबकी होना यह चाहिए आने वाले सस्पेक्टेड मरीज जो प्रतीक्षा में है उनको मेडिकल कालेज के अंदर ही एक हाल में अलग रखना चाहिए। किंतु मेडिकल कालेज की गेट के बाहर ही इस तरह से पलंग लगाकर इलाज करना आम जन के लिए खतरे वाला साबित हो सकता है। वहीं जिले के नए कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने इस व्यवस्था को देखने के बाद इसे ठीक नहीं माना है। और मेडिकल कालेज प्रबन्धन को आने वाले मारिजों के लिए मेडिकल कालेज के अंदर ही व्यवस्था करने को कहा है।