Edited By meena, Updated: 19 Jul, 2025 06:28 PM

मध्य प्रदेश के खंडवा जिले से एक बेहद दर्दनाक घटना सामने आई है...
खंडवा (मुश्ताक मंसूरी): मध्य प्रदेश के खंडवा जिले से एक बेहद दर्दनाक घटना सामने आई है। सुरगांव नेपानी के रहने वाले दो चचेरे भाइयों की तालाब के गड्ढे में डूबने से मौत हो गई। मृतक की पहचान अलफेज़ पिता मुजफ्फर और सेफान पिता मुनीर (उम्र 15-16 वर्ष) के रूप में हुई है। दोनों बच्चे शनिवार दोपहर अपने गांव से लगे नागचून तालाब के पास पशु चराने गए थे। दोपहर के वक्त तेज गर्मी से राहत पाने के लिए पास में बने खनन के गहरे गड्ढे में नहाने लगे, लेकिन यह मस्ती उनकी ज़िंदगी की आखिरी खुशी बन गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, देशगांव रुधी फोरलेन सड़क निर्माण कर रही बेलेकर जी व्ही कंपनी द्वारा खोदे गए गड्ढे में बारिश का पानी भरा था, जो अत्यधिक गहरा था। दोनों बच्चे अचानक उसमें फंसकर डूब गए। जब तक आसपास के लोगों को घटना का पता चला और उन्होंने बचाव की कोशिश की, तब तक देर हो चुकी थी। सूचना मिलते ही 108 एम्बुलेंस मौके पर पहुंची और दोनों को तत्काल जिला अस्पताल खंडवा लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
डॉक्टर एम.एल. कलमे, आरएमओ जिला चिकित्सालय खंडवा ने पुष्टि करते हुए कह-"जब दोनों बच्चों को अस्पताल लाया गया, तब तक उनकी सांसें थम चुकी थीं। हमने जांच कर उन्हें मृत घोषित किया।"
घटना के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। अस्पताल परिसर मातम से गूंज उठा। दोनों बच्चों के शवों को पीएम (पोस्टमार्टम) के लिए भेजा गया है। घटना के बाद परिजनों और ग्रामीणों में आक्रोश भी देखा गया। परिजनों ने आरोप लगाया है कि फोरलेन सड़क निर्माण के दौरान निर्माण एजेंसी द्वारा तालाब के किनारे बिना सुरक्षा व्यवस्था के अवैध खनन किया गया था। इससे गहरे गड्ढे बन गए, जिनमें बरसात का पानी भर गया और यही गड्ढे जानलेवा साबित हुए।
परिजन यूसुफ मंसूरी ने कहा "हमारे बच्चों की जान प्रशासन की लापरवाही ने ली है। निर्माण कार्य के बाद न तो गड्ढे भरे गए और न ही किसी चेतावनी बोर्ड या बैरिकेडिंग की गई। अगर समय रहते ध्यान दिया गया होता तो आज हमारे बच्चे जिंदा होते।" गांव में शोक की लहर फैल गई है। ग्रामीणों ने मांग की है कि जिम्मेदार निर्माण एजेंसी के खिलाफ कार्रवाई हो और भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों, इसके लिए तालाब और उसके आसपास के क्षेत्र को सुरक्षित किया जाए।