Edited By Prashar, Updated: 09 Sep, 2018 06:24 PM
जिला पुलिस ने ट्रक लूटकर ड्राइवर और क्लीनर्स की हत्या करने वाली गैंग का पर्दाफाश कर भले ही वाहवाही लूटी हो, लेकिन इन मामलों में पुलिस की एक बड़ी लापवाही भी सामने आई है। अगर पुलिस गायब हुए ट्रकों समेत तमाम मामलों की जांच गंभीरता से करती, तो शायद इतनी...
भोपाल: जिला पुलिस ने ट्रक लूटकर ड्राइवर और क्लीनर्स की हत्या करने वाली गैंग का पर्दाफाश कर भले ही वाहवाही लूटी हो, लेकिन इन मामलों में पुलिस की एक बड़ी लापवाही भी सामने आई है। अगर पुलिस गायब हुए ट्रकों समेत तमाम मामलों की जांच गंभीरता से करती, तो शायद इतनी बड़ी संख्या में बेगुनाह ड्राइवर और क्लीनर्स की हत्या नहीं होती है। पुलिस अधिकांश मामलों में खात्मा भी लगा चुकी थी।
दरअसल, दो दिन पहले भोपाल आईजी जयदीप प्रसाद ने प्रेस कांफ्रेंस कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर 14 हत्या का खुलासा किया था। पुलिस का दावा है कि अब तक की पूछताछ में आरोपी आदेश खामरा, जयकरण, तुकाराम 30 हत्या करना कबूल कर चुके हैं। अभी आरोपियों से पूछताछ की जा रही है और आगे भी कई हत्याओं के खुलासे होने की संभावना है।
लेकिन इस पूरे मामले में पुलिस की लापरवाही भी उजागर हुई है। पुलिस समय रहते भोपाल से गायब हुए ट्रकों की जांच गंभीरता से करती, तो शायद आरोपी पहले ही पकड़े जाते। सभी आरोपी 2010 से ट्रक को लूटने के बाद ड्राइवर और क्लीनर्स की हत्या कर रहे हैं।
2018 में ये आरोपी पकड़े गए। इन तीनों आरोपियों से एक आरोपी आदेश खामरा पहले भी इसी तरह के मामलों में गिरफ्तार हो चुका है। पुलिस सही दिशा में इन मामलों की जांच करती और ऐसे ही मामलों में पकड़े गए आदेश खामरा से पूछताछ करती, तो शायद कई बेकसूर ड्राइवरों और क्लीनर्स की जान बच जाती।