Edited By meena, Updated: 03 Mar, 2020 11:11 AM
विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकाल मंदिर(Baba Mahakal temple) भक्तों की आस्था का केंद्र हैं। लोग दूर दूर से बाबा का दर्शन करने आते हैं। लेकिन मंदिर परिसर में भक्तों के साथ होने वाले धोखे से मंदिर की छवि धूमिल हो रही है। दरअसल बाबा महाकाल...
उज्जैन: विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकाल मंदिर(Baba Mahakal temple) भक्तों की आस्था का केंद्र हैं। लोग दूर दूर से बाबा का दर्शन करने आते हैं। लेकिन मंदिर परिसर में भक्तों के साथ होने वाले धोखे से मंदिर की छवि धूमिल हो रही है। दरअसल बाबा महाकाल के भक्तों को यहां के 7 सुरक्षाकर्मियों ने अपना शिकार बना लिया। सोमवार को मंदिर में भस्म आरती के दौरान अनाधिकृत रूप से निर्गम द्वार से दर्शनार्थियों को प्रवेश करवाने वाले निजी सुरक्षा एजेंसी के 7 कर्मियों (security guards) को पकड़ा है। उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित भी किया गया है।
मंदिर में भस्म आरती के दौरान पिछले कुछ समय से प्रशासक एसएस रावत को मंदिर में भस्म आरती के दौरान निर्गम द्वार से अनाधिकृत रूप से रुपए लेकर प्रवेश कराने के संबंध में लगातार शिकायतें मिल रही थीं। इस संबध में रावत ने तुरंत कार्रवाई करते हुए कंट्रोल रूम से सीसीटीवी के माध्यम से सारी गतिविधियों पर नजर रखी। इस दौरान मंदिर सुरक्षा एजेंसी एसआईएस के 7 सिक्योरिटी गार्ड संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त दिखाई दिए।
इसके बाद जब सख्ती से पूछताछ की गई तो पता चला कि सभी सिक्योरिटी गार्ड ने मिली भुगत कर कुछ श्रद्धालुओं को प्रवेश करवाया था और इसके बदले मोटी रकम भी वसूली थी। उन्होंने इस बात को लिखित रुप में भी कबूला कि उनके द्वारा श्रद्धालुओं को मंदिर में अनाधिकृत प्रवेश करवाया गया है। घटना के बाद सिक्युरिटी गार्ड विक्रमसिंह, पप्पू सिंह, जय सिंह, सुरेंद्र मीणा, शिवराज अहिरवार व चंद्रकांता को तत्काल प्रभाव से हटाया गया है। साथ ही निजी कंपनी को उन पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। बता दें कि इससे पहले पिछले दिनों हॉलैंड से आए श्रद्धालुओं से भस्म आरती के नाम पर भी 13 हजार रुपए ऐंठे गए थे।