Edited By rehan, Updated: 28 Jul, 2018 06:25 PM
मध्यप्रदेश पुलिस के मुखिया डीजीपी ऋषि कुमार शुक्ला ने न्याय व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं। पीटीआरआई में अनुसूचित जाति और जनजाति वर्गों के प्रति संवेदनशीलता विषय पर राज्य स्तरीय सेमीनार का आयोजन किया गया
भोपाल : मध्यप्रदेश पुलिस के मुखिया डीजीपी ऋषि कुमार शुक्ला ने न्याय व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं। पीटीआरआई में अनुसूचित जाति और जनजाति वर्गों के प्रति संवेदनशीलता विषय पर राज्य स्तरीय सेमीनार का आयोजन किया गया। सेमीनार का शुभारंभ डीजीपी ऋषि कुमार शुक्ला, स्पेशल डीजी केएन तिवारी, एससी-एसटी शाखा की एडीजी प्रज्ञा ऋषा श्रीवास्तव ने किया। सेमीनार को संबोधित करते हुए डीजीपी ऋषि कुमार शुक्ला ने न्याय व्यवस्था पर सवाल उठा दिए। उन्होंने कहा कि कानून अंधा होता है। ये हमने पढ़ा है। कानून में जज साहब बैठते हैं। उनको बिना किसी भेदभाव के केवल कानून की मंशा के बीच ही काम करना चाहिए। लेकिन ऐसा हो नहीं रहा है ये बहुत बड़ी कठिनाई की बात है। जज साहब कानून का इंटरप्रिटेशन अपने हिसाब से करने लगे हैं।
डीजीपी ने यह भी कहा कि अभी एक विडंबना सामने आई कि एक वर्ग विशेष द्वारा दूसरे वर्ग के दूसरे एक्ट में जो आरोपी गिरफ्तार थे। उनकी जमानत लेने से ही इंकार कर दिया। ऋषि कुमार ने समाज में हो रहे उथल-पुथल को भी एक हद तक इसका जिम्मेदार ठहराया। सभी पुलिसकर्मियों और अधिकारियों को कानून की मंशा के अनुरुप काम करना चाहिये और ऐसे वर्गों के लोगों की ज्यादा से ज्यादा मदद और मदद करनी चाहिए।