Edited By Prashar, Updated: 19 Jul, 2018 10:40 AM
सीडब्ल्यूसी से बाहर किए जाने के बाद मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा है कि ‘वह चाहे कहीं भी रहें, नफरत की राजनीति के खिलाफ लड़ते रहेंगे’। उन्होंने कहा कि ‘पार्टी ने मुझे बहुत कुछ दिया है और मुझ पर विश्वास भी किया...
भोपाल : सीडब्ल्यूसी से बाहर किए जाने के बाद मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा है कि ‘वह चाहे कहीं भी रहें, नफरत की राजनीति के खिलाफ लड़ते रहेंगे’। उन्होंने कहा कि ‘पार्टी ने मुझे बहुत कुछ दिया है और मुझ पर विश्वास भी किया है। सीडब्ल्यूसी में बदलाव के फैसले का स्वागत करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी विचारधारा नफरत और हिंसा के खिलाफ है और ऐसी ताकतों से वह अपनी अंतिम सांस तक लड़ते रहेंगे’।
‘राजनीति से रिटायरमेंट नहीं’
राजनीति से रिटायर की बात पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि चुनाव के बाद आगे की रणनीति पर काम किया जाएगा और जब आसपास आडवाणी जी हों तो मुझे क्यों रिटायर हो जाना चाहिए।
गौरतलब है कि मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कांग्रेस वर्किंग कमेटी के 23 सदस्यों की लिस्ट जारी की थी। इसके साथ ही 18 स्थायी आमंत्रित सदस्य और 10 विशेष आमंत्रित सदस्य भी शामिल किए गए। राहुल गांधी ने यह फैसला ऐसे वक्त लिया है, जब मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। हालांकि, राज्य के एक और दूसरे बड़े नेता कमलनाथ भी इस लिस्ट से गायब हैं। लेकिन उन्हें मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी की जिम्मेदारी सौंपी जा चुकी है। ऐसे में पहले ही राहुल के पसंदीदा नेताओं की फेहरिस्त से बाहर चल रहे दिग्विजय सिंह का सीडब्ल्यूसी से बाहर होना उनके राजनीतिक कद को बड़ा झटका देने वाला कदम माना जा रहा है।