Edited By suman, Updated: 11 Apr, 2019 04:35 PM
ई-टेंडरिंग मामले को लेकर एमपी में बवाल खड़ा हो गया है। मामले में एफआईआर के बाद बीजेपी हमलावर हो गई है और कांग्रेस पर लगातार जुबानी वार कर रही है। बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह के बाद अब शिवराज सरकार में मंत्री रहे नरोत्तम मिश्रा ने ई- टेंडरिंग...
भोपाल: ई-टेंडरिंग मामले को लेकर एमपी में बवाल खड़ा हो गया है। मामले में एफआईआर के बाद बीजेपी हमलावर हो गई है और कांग्रेस पर लगातार जुबानी वार कर रही है। बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह के बाद अब शिवराज सरकार में मंत्री रहे नरोत्तम मिश्रा ने ई- टेंडरिंग घोटाले को लेकर बयान दिया है। उन्होंने एफआईआर को कांग्रेस द्वारा ध्यान भटकाने की कोशिश बताया है। नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि 'इस मामले में सबसे पहले गड़बड़ी उनकी सरकार ने पकड़ी थी, जिसके बाद टेंडर निरस्त किए गए। जब पैसे का लेनदेन नहीं हुआ तो घोटाला कैसा। इस मामले में घोटाला नहीं गड़बड़ी हुई थी। जिस पर कार्रवाई उनकी सरकार ने की।'
कांग्रेस पर लगाया आरोप
नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि 'उन्होंने पहली बार देखा है कि एफआईआर में किसी अधिकारी और मंत्री का नाम नहीं है अगर घोटाला हुआ है तो नाम सामने लेकर आए। मिश्रा ने आरोप लगया कि 'सरकार बनाने के 4 महीने बाद कार्रवाई की याद क्यों आई, वो भी जब प्रदेश में आईटी के छापे पड़े।'